29 जनवरी, 2024, जोधपुर
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), जोन- II, जोधपुर ने आज यहां राजस्थान के केवीके के लिए 3 दिवसीय वार्षिक कार्य योजना कार्यशाला का उद्घाटन किया।
मुख्य अतिथि, डॉ. बी.आर. चौधरी, कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर ने योजना के महत्व पर जोर दिया जो किसी भी गतिविधि के कार्यान्वयन में एक अभिन्न अंग है। डॉ. चौधरी ने विपणन पहलुओं के लिए अनार, खजूर, अंजीर जैसी बागवानी फसलों में मूल्य संवर्धन तथा डेयरी उत्पादों, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन, कम अवधि एवं सूखा प्रतिरोधी किस्मों, ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, कृषि में ड्रोन अनुप्रयोग आदि पर ध्यान केन्द्रित करने का आग्रह किया।
डॉ. जे.पी. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर ने केवीके की अच्छी कृषि पद्धतियों को लोकप्रिय बनाने तथा इसे बढ़ावा देने, कार्बन क्रेडिट से संबन्धित साक्षरता, कस्टम हायरिंग केन्द्रों के लिए बिजनेस मॉडल तथा अधिकतम लाभ के लिए कृषि के व्यवसायीकरण पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।
राजस्थान के कुल 47 केवीके अपनी वार्षिक कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे जिस पर चर्चा की जाएगी और वर्ष 2024 हेतु सुधार तथा कार्यान्वयन के लिए इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें