रोटरी डिस्क ड्रिल के लिए पेटेंट किया गया प्रदान- इन-सीटू फसल अवशेष प्रबंधन के लिए एक अभिनव तकनीकी का ईज़ाद

रोटरी डिस्क ड्रिल के लिए पेटेंट किया गया प्रदान- इन-सीटू फसल अवशेष प्रबंधन के लिए एक अभिनव तकनीकी का ईज़ाद

16 नवम्बर, 2023, करनाल

भाकृअनुप-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल ने इन-सीटू फसल अवशेष प्रबंधन के लिए एक अभिनव मशीन-रोटरी डिस्क ड्रिल विकसित की है।

Patent Granted for Rotary Disc Drill – An Innovative Technology for in-situ Crop Residue Management  Patent Granted for Rotary Disc Drill – An Innovative Technology for in-situ Crop Residue Management  Patent Granted for Rotary Disc Drill – An Innovative Technology for in-situ Crop Residue Management

भारतीय पेटेंट कार्यालय ने रोटरी डिस्क ड्रिल तकनीक के लिए पेटेंट प्रदान किया। यह एक अभिनव संरक्षण कृषि तकनीक है जिसका उपयोग स्थिर एवं ढीले फसल अवशेषों (चावल का भूसा, गन्ना कचरा, मक्का, और फलीदार फसल अवशेष) की उपस्थिति में गेहूं, चावल, सोयाबीन, मटर, जौ, हरा चना और अरहर जैसी विभिन्न फसलों की न्यूनतम मिट्टी की गड़बड़ी और कम बिजली की आवश्यकता के साथ सीधी बुआई के लिए किया जा सकता है।

यह तकनीक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि के चावल-गेहूं तथा गन्ना-गेहूं क्षेत्रों में इन-सीटू अवशेष प्रबंधन के लिए अत्यधिक फायदेमंद होगा और अवशेष जलाने की समस्या को कम करने में मदद करेगी। यह प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग प्रक्रिया के माध्यम से व्यवसायीकरण के लिए तैयार है।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल)

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