12 दिसंबर, 2023, चुमुकेदिमा, नागालैंड
नागालैंड के माननीय राज्यपाल श्री ला. गणेशन ने आज यहां केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इंफाल, मणिपुर क्षेत्रीय कृषि मेले का उद्घाटन किया।
राज्यपाल ने किसानों को 'अन्नदाता' कहा और दुनिया को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में उनकी भूमिका की सराहना की।
उत्तर-पूर्व में उपलब्ध समृद्ध जैव संसाधनों को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने वैकल्पिक खाद्य स्रोतों की खोज के महत्व पर जोर दिया तथा आग्रह किया कि सीएयू को वैकल्पिक खाद्य स्रोतों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए उत्तर पूर्व क्षेत्र का खाद्य एटलस तैयार करने में इसके नेतृत्व की जरूरत है।
राज्यपाल ने प्राकृतिक खेती पर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए सीएयू को बधाई भी दी।
नागालैंड के उपमुख्यमंत्री, श्री टी.आर. जेलियांग ने क्षेत्र और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उत्तर-पूर्व क्षेत्र के कृषि संसाधनों की क्षमता का दोहन करने पर जोर दिया।
नागालैंड सरकार के कृषि विभाग के सलाहकार, श्री म्हाथुंग यानथन ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के कृषि परिदृश्य को बदलने में कृषि उद्यमियों की भूमिका पर जोर दिया।
इससे पहले डॉ. अनुपम मिश्र, कुलपति, केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय (सीएयू) इम्फाल ने अपने मुख्य संबोधन में कृषि मेले के विषय की जानकारी दी और कहा कि मेले का उद्देश्य किसानों के साथ-साथ युवा सोच को आकर्षित करना तथा उन्हें कृषि उद्यमिता के लिए प्रेरित करना है।
"नॉर्थ ईस्ट इंडिया फार्मर्स कॉन्क्लेव: इग्नाइटिंग एग्री रिवोल्यूशन (कृषि-उद्यमियों को सर्कुलर इकोनॉमी से जोड़ना)" थीम पर आधारित यह आयोजन ज्ञान के आदान-प्रदान, उद्योग को बड़ाने में सहयोग एवं एक विज्ञप्ति में कहा गया, कृषि क्रांति को प्रज्वलित करने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में एफपीओ/ एफबीओ को विकास इंजन बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनने का वादा करता है।
उद्घाटन समारोह में देश भर के कृषि विश्वविद्यालयों और केवीके के वरिष्ठ अधिकारियों, संबन्धित विभागों के अधिकारियों, प्रतिष्ठित विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
(स्रोत: संपर्क अधिकारी, सीएयू)
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