"सिट्रस होराइजन्स: जीनोमिक टेल्स, जर्मप्लाज्म यूटिलाइजेशन एंड कल्टीवेर क्रॉनिकल्स" पर अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित

"सिट्रस होराइजन्स: जीनोमिक टेल्स, जर्मप्लाज्म यूटिलाइजेशन एंड कल्टीवेर क्रॉनिकल्स" पर अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित

14 दिसंबर, 2023, नागपुर

भाकृअनुप-केन्द्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान (सीसीआरआई), नागपुर ने आज इंडियन सोसाइटी ऑफ सिट्रीकल्चर (आईएससी), नागपुर के सहयोग से "सिट्रस होराइजन्स: जीनोमिक्स टेल्स, जर्मप्लाज्म यूटिलाइजेशन, तथा कल्टीवेर क्रॉनिकल्स" पर अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया।

International Webinar on  "Citrus Horizons: Genomic Tales, Germplasm Utilization and Cultivar Chronicles"  International Webinar on  "Citrus Horizons: Genomic Tales, Germplasm Utilization and Cultivar Chronicles"

वेबिनार ने सिट्रस अनुसंधान के विकसित परिदृश्य की व्यापक खोज प्रदान की, जिसमें प्रत्येक वक्ता ने इस क्षेत्र में मूल्यवान अंतर्दृष्टि को साझा किया। कार्यक्रम में तुलनात्मक जीनोमिक विश्लेषण और आधुनिक सिट्रस किस्मों से लेकर सिट्रस हुआंगलोंगबिंग जैसी चुनौतियों का समाधान करने तक के विषयों को शामिल किया गया।

डॉ. दिलीप घोष, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीआरआई, नागपुर ने स्वागत संबोधन दिया।

बाद के सत्रों का नेतृत्व संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख विशेषज्ञों: डॉ. फ्रेड ग्मिटर जूनियर, डॉ. डेविड ए. कार्प, डॉ. चंद्रिका रमादुगु, और डॉ. जॉर्जियोस विडालाकिस द्वारा किया गया। उन्होंने सिट्रस जीनोमिक्स, जर्मप्लाज्म उपयोग तथा किसानों के विकास के विभिन्न पहलुओं पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।

वक्ताओं ने सहयोगात्मक अनुसंधान पहल को बढ़ावा देने, विशेषज्ञता साझा करने और सिट्रस अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों का लाभ उठाने में गहरी रुचि व्यक्त की। इस तरह का सहयोग पारस्परिक रूप से लाभकारी परिणामों का वादा करता है, जो अंतरराष्ट्रीय और भारतीय दोनों संदर्भों में सिट्रस जीनोमिक्स, जर्मप्लाज्म उपयोग और कल्टीवेर क्रोनिकल्स के आगे के विकास में योगदान देता है।

हाइब्रिड मोड के माध्यम से भारत तथा अन्य देशों से 200 से अधिक प्रतिभागियों को ऑनलाइन इकट्ठा किया गया।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान, नागपुर)

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