30 दिसंबर 2024, चित्तौड़
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज करकंबाडी स्थित चित्तूर-1 केवीके (आरएएसएस) का दौरा कर वहां चल रही गतिविधियों का आकलन किया।
मंत्री ने ड्रम-सीडर, मृदा परीक्षण-आधारित उर्वरक प्रबंधन, ड्रोन, एकीकृत खेती तथा कृषि मशीनीकरण जैसी तकनीकों के माध्यम से खेती की लागत कम करने एवं आय बढ़ाने में केवीके की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने इन नवाचारों के लिए सरकारी समर्थन पर भी प्रकाश डाला और पीएम किसान, किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और ड्रोन तकनीक जैसी योजनाओं को व्यापक रूप से अपनाने का आग्रह किया। कृषि मंत्री ने रेशम उत्पादन, फील्ड क्रॉप, बागवानी, कड़कनाथ मुर्गी पालन, बाजरा और जैविक उत्पादों पर स्टॉल का दौरा करके भाकृअनुप-केवीके की गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने किसानों और उद्यमियों से उनकी उत्पादकता और आय के बारे में भी बातचीत की। श्री चौहान ने भाकृअनुप-केवीके, भाकृअनुप-अटारी, हैदराबाद और राष्ट्रीय सेवा समिति (आरएएसएस) के प्रयासों की सराहना की।
तिरुपति के विधान सभा सदस्य श्री अरणि श्रीनिवासुलु ने किसानों को आधुनिक पद्धतियों के प्रशिक्षण में केवीके के कार्यक्रमों के महत्व के बारे में बात की।
भाकृअनुप-अटारी, हैदराबाद के निदेशक, डॉ. शेख एन. मीरा ने कृषि विज्ञान और किसान कल्याण को आगे बढ़ाने में केवीके के राष्ट्रीय महत्व की जानकारी दी।
चित्तूर 1 केवीके (आरएएसएस) के अध्यक्ष, डॉ. एस. वेंकटरत्नम ने केन्द्रीय योजनाओं को कृषक समुदायों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करने का आश्वासन दिया।
डॉ. एस. वेंकटेश्वर, भारतीय प्रशानिक सेवा ने किसान ड्रोन के प्रदर्शन की सराहना की तथा कृषि पर उनके क्रांतिकारी प्रभाव की आशा व्यक्त की।
केन्द्रीय मंत्री ने केवीके प्रकाशन और क्यूआर कोड जारी किए तथा किसानों तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को बीज, पौधे, स्प्रेयर, मृदा स्वास्थ्य कार्ड तथा वित्तीय सहायता वितरित की।
इस कार्यक्रम में तिरुपति और चित्तूर जिलों के अधिकारी, वैज्ञानिक, कर्मचारी, अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि और 350 से अधिक किसान शामिल हुए।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन एक्स, हैदराबाद)
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