7- 9 मार्च, 2024, कोल्हापुर
भाकृअनुप-श्री सिद्धगिरि कृषि विज्ञान केन्द्र, कोल्हापुर और महाराष्ट्र ने 7 से 9 मार्च, 2024 तक स्वदेशी गाय (खिल्लर और कोकण गिड नस्ल) के लिए एक कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया।
प्रदर्शनी का उद्घाटन कोल्हापुर के जिला पशुपालन उपायुक्त, डॉ. मच्छिंदरा शिंदे ने किया। उन्होंने दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए गुणवत्तापूर्ण नस्ल वंश विकसित करने तथा पशुपालन क्षेत्र के लिए विभिन्न किसान कल्याण योजनाओं के उपयोग पर जोर दिया।
श्री सिद्धगिरि-केवीके, कोल्हापुर के अध्यक्ष, श्री पी.पी. अदृष्य कदसिद्धेश्वर स्वामी ने किसानों को केवल कृषकों की पारंपरिक भूमिका से ऊपर उठकर गतिशील उद्यमियों में बदलने पर जोर दिया। स्वामी जी ने बड़ी संख्या में किसानों को गोमूत्र एवं गोबर से प्राप्त मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन के बीच संबंध को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बाजार कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए किसान उत्पादक संगठनों की स्थापना का आग्रह किया।
श्री सिद्धगिरि-केवीके, कोल्हापुर के प्रमुख, डॉ. रवींद्र सिंह ने किसानों को केवीके की तकनीकी मदद से स्वदेशी गाय आधारित गौशाला एवं डेयरी इकाइयां स्थापित करने का आग्रह किया। वह स्वदेशी गाय-आधारित डेयरी इकाइयों के अस्तित्व के लिए विशेष विपणन रणनीतियों पर भी जोर दिया।
लगभग 150 खिल्लर तथा कोकन गिड नस्ल की नस्लों का प्रदर्शन किया गया साथ ही विभिन्न श्रेणियों के तहत सर्वश्रेष्ठ गाय के लिए पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कुल 18810 किसानों एवं कृषक महिलाओं ने दौरा किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-श्री सिद्धगिरि कृषि विज्ञान केन्द्र, कोल्हापुर, महाराष्ट्र)
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