24 जून 2023, उमियाम
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने आज एनईएच क्षेत्र, उमियाम, मेघालय के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर का दौरा किया। डॉ. पाठक ने संस्थान की अनुसंधान गतिविधियों का जायजा लेते हुए, एकीकृत कृषि प्रणाली अनुसंधान क्षेत्रों, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कार्यशाला, पशुधन तथा मत्स्य पालन फार्म, जैविक खेती क्षेत्र और एनआईसीआरए अनुसंधान सुविधाओं का दौरा किया।
संस्थान के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों के साथ अपनी बातचीत के दौरान, उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है, और इसलिए, भाकृअनुप कै वैज्ञानिकों को उभरते रुझानों के साथ तालमेल बिठाने के लिए अपनी अनुसंधान प्राथमिकताओं को फिर से बनाने और पुनर्गठित करने की आवश्यकता है। उन्होंने आह्वान किया कि भाकृअनुप को न केवल ज्ञान सृजन में अग्रणी भूमिका निभाने की जरूरत है, बल्कि भाकृअनुप द्वारा विकसित ज्ञान और प्रौद्योगिकियों का प्रभावी प्रसार सुनिश्चित करना है। डॉ. पाठक ने इस बात पर जोर दिया कि भाकृअनुप भारतीय कृषि में बदलावों से परिचित है, और एनईएच क्षेत्र और देश के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
अपने स्वागत संबोधन में डॉ. वी.के. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप आरसी-एनईएच, उमियाम ने संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर, डॉ. वी.के. गुप्ता, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय सुअर अनुसंधान संस्थान, गुवाहाटी और डॉ. ए.के. मोहंती, निदेशक, अटारी-जोन-VII, उमियाम भी उपस्थित थे।
(स्रोत: एनईएच क्षेत्र के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर, उमियाम)
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