27 जुलाई, 2023
अनुसूचित जाति एसएचजी महिलाओं ने अनुसूचित जाति उपयोजना योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के लिए धन और आजीविका के साधन पैदा करने के लिए सजावटी मछली संसाधनों पर भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के तीन दिवसीय कौशल-विकास प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित एवं सफाई कर्मचारी आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक श्री बेजवाड़ा विल्सन शामिल हुए और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं घर और समाज में ही घिरी रहती हैं, इस प्रशिक्षण से महिलाओं को मदद मिलेगी साथ ही आकाश की सीमा है इस मुहावरे को साकार किया जाएगा और वह महिलाओं के आत्मविश्वास को देखकर काफी खुश थीं। उन्होंने बताया कि उनका संगठन पूरे देश में 600 एसएचजी समूह द्वारा 22 राज्यों में काम करता है, उन्होंने बताया कि सजावटी मछली उत्पादन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं जिसे 2 से 3 दिनों के बुनियादी प्रशिक्षण द्वारा महिलाएं, कम लागत के इनपुट द्वारा छोटे पैमाने पर सजावटी मछलीघर के विपनन कर अपना व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।

भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के निदेशक, डॉ. यू.के. सरकार ने महिलाओं से अपना व्यवसाय शुरू करने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि भाकृअनुप-एनबीएफजीआर तकनीकी रूप से उनका सहयोग करेगा तथा लिंक खुले रखेगा। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और तीन दिनों के दौरान महिलाओं द्वारा सीखे गए कौशल का सारांश डॉ. पूनम जयंत सिंह, नोडल एससीएसपी द्वारा दिया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-एनबीएफजीआर, लखनऊ)
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