7 जुलाई, 2023, गुवाहाटी
असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के केवीके की दो दिवसीय वार्षिक क्षेत्रीय समीक्षा कार्यशाला भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), जोन VI, गुवाहाटी द्वारा असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट, असम के सहयोग से 06- 07 जुलाई, 2023 तक खानपारा में आयोजित की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. जी. कादिरवेल, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोन VI, गुवाहाटी के स्वागत संबोधन और कार्यशाला के संक्षिप्त अवलोकन के साथ हुई।
डॉ. यू.एस. गौतम ने अपने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन में केवीके से अपने गोद लिए गांवों में जीरो टेक्नोलॉजी गैप, जीरो हंगर गैप आदि को लक्ष्य करके इस पर कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने केवीके से जिलों में उनकी दृश्यता के लिए नीति विवरण और जिलों का डेटाबेस तैयार करने का भी अनुरोध किया।
डॉ. बिद्युत सी. डेका ने अपने संबोधन में सभी केवीके से आईटीकेज् को मुख्यधारा में लाने पर ध्यान केन्द्रित करने का अनुरोध किया, जिसे थोड़े सुधार के बाद पेटेंट के लिए दायर किया जा सकता है।
डॉ. एच.एस. गुप्ता ने असम में फसल गहनता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
डॉ. के.एम. बुजरबरुआ ने अपनी टिप्पणी में जिले के निर्माताओं को कृषि में सबसे आगे लाने के लिए केवीके की भूमिका की सराहना की।
कार्यशाला में डॉ. आर.आर. बर्मन, सहायक महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप मुख्यालय, नई दिल्ली तथा आसपास के भाकृअनुप संस्थानों के निदेशक, केवीके के मेजबान संस्थानों के प्रतिनिधि, वरिष्ठ वैज्ञानिक और असम, अरुणाचल प्रदेश एवं सिक्किम के केवीके के प्रमुखों, भाकृअनुप-अटारी, जोन VI, गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. पी.के. पाठक, विस्तार शिक्षा निदेशक, असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
(स्रोत: भाकृअनुप-अटारी, जोन VI, गुवाहाटी)
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