6 मार्च, 2024, भुवनेश्वर
भाकृअनुप-केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान (सीआईडब्ल्यूए), भुवनेश्वर ने कृषक महिलाओं एवं उद्योगों के बीच महिला अनुकूल प्रौद्योगिकियों और कृषि-उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक अभिसरण मंच प्रदान करने हेतु आज उद्योग हितधारक इंटरफेस बैठक- 2024 का आयोजन किया। इंटरफ़ेस का उद्देश्य, सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देना, ग्राहकों और प्रौद्योगिकी भागीदारों को महिला-अनुकूल प्रौद्योगिकियों के लिए प्रदर्शन करना तथा सकारात्मक परिणामों के लिए अनुसंधान दिशा प्रदान करने हेतु उद्यमियों से प्रतिक्रिया इकट्ठा करना साथ ही सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देना है।
भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए की निदेशक, डॉ. मृदुला देवी ने उद्योग बैठकों, कृषि-उद्यमिता तथा सरकारी नीतियों के महत्व पर जोर दिया। डॉ. देवी ने भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए द्वारा विकसित कठिन परिश्रम को न्यूनतम स्तर तक लाने वाली विभिन्न तकनीकों एवं किसान समुदाय के लिए उनकी उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला।
एफएसएसएआई के अधिकारी, श्री संजय पटेल ने महिला उद्यमियों के लिए ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से एफएसएसएआई प्रमाणीकरण और इसकी आवेदन प्रक्रियाओं के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने एफओएसटीएसी प्रशिक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो खाद्य उत्पाद निर्माण करने वाली छोटी महिला उद्यमियों तथा महिला नेतृत्व वाले एफपीओ के लिए महत्वपूर्ण है।
श्री मानस कुमार दास, चार्टर्ड अकाउंटेंट और जीएसटी विशेषज्ञ ने महिला उद्यमियों के लिए जीएसटी पंजीकरण के महत्व पर जोर दिया तथा एक सामान्य राष्ट्रीय बाजार बनाने, व्यापार संचालन को सरल बनाने, भ्रष्टाचार और कर रिसाव को रोकने साथ ही अनुपालन को कम करने जैसे इसके फायदों पर प्रकाश डाला।
एक सफल महिला उद्यमी ने अपनी उद्यमशीलता की सफलता की कहानी साझा की और एक पैनल चर्चा, महिला उद्यमिता में मुद्दों एवं चुनौतियों तथा महिला अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने पर केन्द्रित थी। इस बैठक में हितधारकों से बातचीत तथा ज्ञान साझा करने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर)
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