12 अप्रैल, 2023, मेडज़िफेमा
डॉ. भूपेंद्र नाथ त्रिपाठी, उप महानिदेशक (पशु विज्ञान), भाकृअनुप ने आज भाकृअनुप-राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केन्द्र, मेडज़िफेमा का दौरा किया।
अपने संबोधन में, उन्होंने संरक्षण इकाइयों की स्थापना में संस्थान के प्रयासों की सराहना की और अरुणाचल प्रदेश में मिथुन पालक किसानों को लाभ पहुचाने के लिए और अधिक इकाइयाँ स्थापित करने का आग्रह किया। डॉ. त्रिपाठी ने मिथुन पालक किसानों तक पहुंचने वाली तकनीकों को विकसित करने के लिए अन्य भाकृअनुप संस्थानों के साथ सहयोग करने पर भी जोर दिया। उप महानिदेशक ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए मिथुन के मांस तथा दुग्ध उत्पादों के आर्थिक मूल्यांकन पर जोर दिया।
उप महानिदेशक ने भाकृअनुप-एनआरसीएम, पोरबा, फेक जिले में मिथुन प्लॉट, टाइप- II आवासीय क्वार्टर (4 नग) में एक चारा संग्रहालय और प्रदर्शन प्लॉट का उद्घाटन किया तथा वर्चुअल रूप में थेवोपिशु, फेक जिला और खोनोमा, कोहिमा जिला, नागालैंड में मिथुन की दो संरक्षण और प्रचार इकाइयों का भी उद्घाटन किया और मिथुन को असम राज्य में व्यवहार में लाने के लिए किसानों को सौंप दिया। उन्होंने मिथुन फार्म, एक प्रदर्शनी इकाई का भी दौरा किया जहां प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित किया गया था और संस्थान की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भी दौरा किया।
गणमान्य व्यक्तियों ने पेन साइड मूत्र-आधारित गर्भावस्था निदान किट, मिथुन के लिए भाकृअनुप-सीआईआरबी और भाकृअनुप-एनआरसीएम द्वारा विकसित प्रेग-डीएम और भाकृअनुप-एनआरसीएम के प्रकाशनों का संकलन जारी किया।
इससे पहले, अपने स्वागत संबोधन में डॉ. गिरीश पाटिल एस., निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसी मिथुन, नागालैंड ने संस्थान की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केन्द्र, मेडज़िफेमा)
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