21 नवंबर 2023, लखनऊ
भाकृअनुप-नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज (एनबीएफजीआर), लखनऊ ने विश्व मत्स्य पालन दिवस के अवसर पर टिकाऊ मत्स्य पालन तथा जलीय जैव विविधता संरक्षण के महत्व के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
मछली आनुवंशिकी और जैव विविधता में अपने अग्रणी अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध भाकृअनुप-एनबीएफजीआर ने जनता, हितधारकों तथा युवा छात्रों को मत्स्य पालन क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों और जलीय पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के महत्व के बारे में शिक्षित करने के उद्देश्य से कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की। भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के प्रयासों ने न केवल जागरूकता बढ़ाई है बल्कि टिकाऊ मत्स्य पालन के प्रति विभिन्न हितधारकों के बीच जिम्मेदारी की भावना भी पैदा की है।
भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के निदेशक, डॉ. यू.के. सरकार ने मछली पालन के लिए मत्स्य पालक किसानों और राज्य मत्स्य पालन अधिकारियों को मछली के बीज वितरित किए और इस बात पर जोर दिया कि ब्यूरो तकनीकी नवाचारों और समुदाय-आधारित संरक्षण रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने अनुसंधान एवं रक्षण कार्यक्रमों का विस्तार करने की योजना बना रहा है।
(स्रोत: भाकृअनुप-नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज, लखनऊ)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें