14 सितंबर 2023, दिरांग
भाकृअनुप-राष्ट्रीय याक अनुसंधान केन्द्र, दिरांग ने भाकृअनुप-राष्ट्रीय प्राकृतिक फाइबर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान, कोलकाता के सहयोग से 14 जून से 13 जून सितंबर, 2023 तक दिरांग में "ऊनी वस्तुओं के निर्माण/ बुनाई" पर 3 महीने का लघु पाठ्यक्रम प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया। केन्द्रीय ऊन विकास बोर्ड, जोधपुर ने गहन ऊन विकास कार्यक्रम की अपनी मानव संसाधन विकास योजना के तहत कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए वित्तीय सहायता दी है।
समापन कार्यक्रम, डॉ. जी.एस. भाटी, सदस्य सचिव, केन्द्रीय ऊन बोर्ड, कपड़ा मंत्रालय, डॉ. मिहिर सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसीवाई, दिरांग और डॉ. डी.बी. शाक्यवार, निदेशक, भाकृअनुप-निनफेट, कोलकाता की उपस्थिति में आयोजित किया गया। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने अपने उत्पादों को अधिक लाभकारी बनाने के लिए कपड़ा निर्माण में डिजाइन के महत्व के साथ याक के बालों के दायरे और संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रशिक्षुओं को अपनी सीख को लागू करने का सुझाव भी दिया और याक फाइबर आधारित उद्यमिता के विकास के लिए आगे आने को कहा। सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में कुल 15 आदिवासी महिलाओं/ बेरोजगार युवाओं ने भाग लिया। वे विभिन्न प्रकार की बुनाई और उत्पाद बनाने की तकनीकों में सिंथेटिक ऊन का उपयोग करने में भी माहिर थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय प्राकृतिक फाइबर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान, कोलकाता)
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