राजस्थान, हरियाणा तथा दिल्ली के केवीके के लिए वार्षिक क्षेत्रीय समीक्षा कार्यशाला का उद्घाटन

राजस्थान, हरियाणा तथा दिल्ली के केवीके के लिए वार्षिक क्षेत्रीय समीक्षा कार्यशाला का उद्घाटन

19 जून, 2023, जोधपुर

कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर में आज राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के केवीके के लिए तीन दिवसीय वार्षिक क्षेत्रीय समीक्षा कार्यशाला का उद्घाटन किया गया।

मुख्य अतिथि, डॉ. उधम सिंह गौतम, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप ने 1974 से केवीके के विकास के बारे में जानकारी दी और उल्लेख किया कि केवीके को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं, प्रतिक्रिया तंत्र, बीज प्रतिस्थापन आदि पर ध्यान देना होगा। उन्होंने यह भी सराहना की कि अब भारत दलहन में आत्मनिर्भर है और भारत को तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए डीजीआर, जूनागढ़, डीआरएमआर, भरतपुर, आईआईओआर, हैदराबाद, आईआईएसआर, इंदौर, एयू, जोधपुर, आदि को शामिल करके भारत को  तिलहन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के सीथ-साथ भारत को आयातक देश से निर्यातक देश बनाना है।

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प्रो. बी.आर. चौधरी, कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर ने उल्लेख किया कि केवीके राष्ट्रीय विस्तार प्रणाली के मुख्य स्तंभ हैं और केवीके को कीटनाशक अवशेषों को संबोधित करने के लिए अधिक गति से कार्य करना चाहिए ताकि वस्तुओं के निर्यात पर कोई बाधा न आए। उन्होंने कहा कि राजस्थान और हरियाणा में जल प्रबंधन एक प्रमुख मुद्दा है और पानी की प्रत्येक बूंद को संरक्षित करके और कुशल तरीके से उपयोग करके इस मुद्दे को हल करने के लिए सराहना की। उन्होंने बायो-फोर्टिफाइड किस्मों, कटाई के बाद और मूल्यवर्धन पर भी जोर दिया और केवीके की इकाइयां होनी चाहिए।

डॉ. आर.के. सिंह, सहायक महानिदेशक (एई), भाकृअनुप, नई दिल्ली ने योजना, निगरानी, जलवायु परिवर्तन, मिट्टी की लवणता के मुद्दों, गुणवत्ता वाले बीज और रोपण सामग्री, एक जिला एक उत्पाद, और केवीके द्वारा ज्ञान के अभिसरण पर जोर दिया।

डॉ. जे.पी. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोन-II, जोधपुर ने 2022 के दौरान केवीके द्वारा की गई गतिविधियों को भविष्य की रणनीतियों के साथ प्रस्तुत किया और उल्लेख किया कि केवीके-केवीके लिंकेज को उत्पादकों के साथ-साथ उत्पाद मालिकों को भी विकसित किया जाना चाहिए।

कार्यशाला में केवीके के 40 से अधिक प्रकाशनों का विमोचन किया गया। कार्यशाला में काजरी, जोधपुर सहित भाकृअनुप संस्थानों के निदेशक/ प्रतिनिधि; आईआईडब्ल्यूबीआर, करनाल; डीएएमपीआर, आनंद; केवीके द्वारा किसानों को हस्तांतरण के लिए सीआईएएच, बीकानेर, एनआरसीएसएस, अजमेर, सीएसएसआरआई, करनाल आदि ने नवीनतम तकनीकों पर प्रस्तुति दी।

तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान, 66 केवीके और एसएयू के विस्तार शिक्षा के 7 निदेशक वर्ष 2022 के लिए प्रगति प्रस्तुत करेंगे, जिस पर गहन चर्चा की जाएगी और आगे सुधार के लिए आलोचनात्मक जांच की जाएगी।

(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर)

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