28-30 नवंबर, 2023, नासिक
पिछले हफ्ते, महाराष्ट्र के नासिक जिले के निफाड तालुका के कुछ अंगूर के बागानों में भारी बारिश तथा ओलावृष्टि हुई।
डॉ. कौशिक बनर्जी, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय अंगूर अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीजी) और डॉ. सुजॉय साहा, पीआर, संस्थान की क्विनक्वेनियल रिव्यू टीम (क्यूआरटी) के सहयोग से वैज्ञानिक (प्लांट पैथोलॉजी) डॉ. वी.ए. पार्थसारथी, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर और सदस्य यथा- डॉ. बी.के. पांडे, पूर्व सहायक महानिदेशक (एचएस); डॉ. प्रकाश पाटिल, परियोजना समन्वयक एआईसीआरपी (फल); डॉ. जे. राजंगम, डीन, बागवानी कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, पेरियाकुलम; और श्री गुड ड्रॉप वाइन सेलर्स के संस्थापक तथा वाइन मेकर अश्विन रोड्रिग्स ने 28 से 30 नवंबर, 2023 के दौरान प्रभावित अंगूर के बागानों का दौरा किया।
टीम ने महाराष्ट्र राज्य अंगूर उत्पादक संघ और भारतीय अंगूर निर्यातक संघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की तथा भारी बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान को कम करने के लिए तत्काल समाधान प्रदान किए।
अंगूर उत्पादकों तथा निर्यातकों ने विशेष रूप से बारिश के बाद रोग प्रबंधन के संबन्ध में सलाह की सराहना की, जिसे आपातकालीन फसल नुकसान की स्थिति के प्रबंधन के लिए भाकृअनुप-एनआरसीजी के वैज्ञानिकों द्वारा तुरंत जारी किया गया था। क्यूआरटी ने उत्पादकों को उचित प्रसंस्करण उपचार के माध्यम से क्षतिग्रस्त जामुन के आर्थिक उपयोग के लिए भाकृअनुप-एनआरसीजी से परामर्श करने की भी सलाह दी।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय अंगूर अनुसंधान केन्द्र, नासिक)
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