1 दिसंबर, 2023, लुधियाना
भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-उपरान्त अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना ने 1 से 21 दिसंबर, 2023 तक "इग्नाइटिंग द मिलेट्स रेनेसां" पर 21 दिवसीय शीतकालीन स्कूल शुरू किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य फसल कटाई के बाद नवीन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी समाधानों का पता लगाना है, जिससे बाजरा खेती में पोषण सुरक्षा बढ़ाना, नुकसान कम करना और लाभप्रदता बढ़ाना था।
उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में भाकृअनुप के पूर्व उप-महानिदेशक, कृषि इंजीनियरिंग, डॉ. के. अलागुसुनादरम शामिल हुए। उन्होंने इस क्षेत्र में विशेषकर पंजाब में संभावनाओं पर जोर दिया और मशीनीकरण की प्रगति एवं इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
डॉ. मनजीत सिंह, डीन, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पीएयू, लुधियाना, सम्मानित अतिथि थे। उन्होंने श्री अन्न के ऐतिहासिक महत्व को स्वीकार करते हुए इसे दैनिक आहार में शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।
भाकृअनुप-सिफेट के निदेशक, डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले ने बाजरा प्रसंस्करण के लिए संस्थान की उपलब्ध अत्याधुनिक प्रसंस्करण सुविधाओं पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय आबादी के बीच मधुमेह के प्रबंधन में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले श्री अन्न (मिलेट्स) की क्षमता पर प्रकाश डाला।
डॉ. मंजू बाला, पाठ्यक्रम निदेशक तथा प्रमुख (अधिनियम) एफजी एंड ओपी डिवीजन ने 21- दिवसीय कार्यक्रम के लिए निर्धारित व्यापक पाठ्यक्रम सामग्री की रूपरेखा तैयार की।
कार्यक्रम में पंजाब और अन्य राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों से मुख्य रूप से सहायक प्रोफेसर तथा उससे ऊपर के कुल पच्चीस प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-उपरान्त अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना, लुधियाना)
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