15 मार्च, 2024, अविकानगर
भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (सीएसडब्ल्यूआरआई), अविकानगर ने आज चेतना 2024: कृषि व्यवसाय ऊष्मायन कार्यक्रम का आयोजन किया, जो पूरे भारत में भेड़, बकरी और खरगोश पालन कृषि एवं पशुपालन उद्यमिता को बढ़ावा देने में विशेष रूप से मील का पत्थर साबित होगा।
डॉ. डी.बी. शाक्यवार, निदेशक, भाकृअनुप-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरल फाइबर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोलकाता तथा डॉ. अरुण कुमार तोमर, निदेशक, भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई ने प्राकृतिक फाइबर की क्षमता पर जोर दिया और कृषि और पशुपालन में चुनौतियों का समाधान किया।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. नीरू भूषण, सहायक महानिदेशक, आईपीटीएम यूनिट, भाकृअनुप और डॉ. अरुण कुमार तोमर, निदेशक, भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई भी उपस्थित थे।
चेतना-2024 का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में उद्यमशीलता की भावना और नवाचार को बढ़ावा देना है। इसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त व्यक्तियों द्वारा ऑनलाइन व्याख्यान, ऑफ़लाइन चर्चाएँ और प्रस्तुतियाँ ही गई। कार्यक्रम में ज्ञान के आदान-प्रदान और कौशल विकास के लिए कार्यशालाएं, पैनल चर्चाएं और इंटरैक्टिव सत्र भी प्रदान किए गए। अविकानगर के वैज्ञानिकों और विविध पृष्ठभूमि के उद्यमियों के बीच सहयोग के माध्यम से उपस्थित लोगों को कृषि व्यवसाय में सतत विकास और परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न उपकरणों का प्रदर्शन के माध्यम से प्रेरित किया।
तीन दिवसीय आवासीय बैठक के समापन ने नए उद्यमों और सहयोगों पर चर्चा की, जिससे कृषि व्यवसाय में एक जीवंत भविष्य का मार्ग प्रशस्त हुआ।
कार्यक्रम में आठ राज्यों के कुल 16 उद्यमियों और स्टार्टअप्स ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)
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