2 दिसंबर, 2023, उदगीर
भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद और पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र द्वारा संयुक्त रूप से डीएपीएससी के तहत आज पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, उदगीर में बैकयार्ड मुर्गी पालन तथा बकरी पालन पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महाराष्ट्र पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नागपुर के कुलपति, डॉ. नितिन पाटिल ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने बैकयार्ड मुर्गी पालन तथा बकरी पालन के क्षेत्र में गुंजाइश, अवसरों तथा टिकाऊ ग्रामीण आजीविका के लिए इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
डॉ. एस.बी. बारबुद्धे, निदेशक, भाकृअनुप-एनएमआरआई, हैदराबाद ने गुणवत्ता और सुरक्षित मांस उत्पादन बढ़ाने तथा पशुधन उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने के लिए मांस उत्पादन क्षेत्रों को स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों से एफपीओ के गठन के लिए एकजुट होने तथा मांस उत्पादन एवं इसके मूल्य श्रृंखला में प्रशिक्षण प्राप्त करने का आग्रह किया।
डॉ. एस.वी. उपाध्ये, निदेशक एवं डीन (पशुचिकित्सक) और डॉ. भिकाने, निदेशक (विस्तार) ने बकरी तथा मुर्गी पालन के क्षेत्रों में उद्यमिता के बारे में बताया तथा ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से कैसे मजबूत किया जाए इस पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ. एन.जेड. गायकवाड़, एसोसिएट डीन (पशु चिकित्सा) ने एक परिचयात्मक व्याख्यान दिया। इस अवसर पर एक सूचना पुस्तिका का प्रकाशन एवं विमोचन भी किया गया।
डॉ. बी.आर. खरतमोल, एसोसिएट डीन, फिशरी कॉलेज; उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज के एसोसिएट डीन डॉ. एम. आर. पाटिल उपस्थित थे।
डॉ. माणिक धूमल, पूर्व एसोसिएट डीन और प्रोफेसर, डॉ. एम. एफ. सिद्दीकी, पूर्व प्रोफेसर ने व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम में आसपास के गांवों से लगभग 300 अनुसूचित जाति के लाभार्थियों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
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