01 दिसंबर, 2023, लखनऊ
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप) तथा इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एक्वेटिक एनिमल एपिडेमियोलॉजी द्वारा एनएफडीबी और एबीसीएस के सहयोग से आयोजित जलीय पशु महामारी विज्ञान पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, एक्वाएपी III, भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (एनबीएफजीआर), लखनऊ में संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि, डॉ. पी.के. साहू ने मछली रोग प्रक्रियाओं और उनकी महामारी विज्ञान को समझने के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. यू.के. सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर इस आयोजन के सह-संयोजक थे। उन्होंने मछली रोगों के प्रबंधन के लिए मजबूत डेटाबेस की आवश्यकता पर बल दिया।
सम्मेलन के दौरान डॉ. नीरज सूद को अध्यक्ष, आईएसएएएफ के रूप में चुना गया, इस सत्र में विभिन्न महामारी विज्ञान पहलुओं पर केन्द्रित 9 तकनीकी तथा कई पोस्टर सत्र शामिल किया गया। अगला एक्वाइपीआई चिली में 2026 के लिए निर्धारित है।
महामारी विज्ञान अनुसंधान में योगदान के लिए प्रशंसित इस कार्यक्रम में, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. फ्लेवियो कोर्सिन, डॉ. फर्नांडो ओ मार्डोन्स, डॉ. सराया टैवोर्नपनिच और डॉ. क्रिस हाउटन सहित उल्लेखनीय अतिथियों ने मत्स्य पालक किसानों के लिए सिफ़ारिशें तथा सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में 10 देशों के 25 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों सहित लगभग 210 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)
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