'कृषि में पेटेंट' पर लघु पाठ्यक्रम आयोजित

'कृषि में पेटेंट' पर लघु पाठ्यक्रम आयोजित

15 जनवरी, 2024, कोच्चि

भाकृअनुप की आईपी एवं टीएम यूनिट और भाकृअनुप-केन्द्रीय मत्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान के जोनल टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट- एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आज वर्चुअल मोड में कृषि में पेटेंट के लिए बौद्धिक संपदा प्रबंधन पर एक लघु पाठ्यक्रम आयोजित किया।

मुख्य अतिथि, डॉ. उन्नत पी. पंडित, महानियंत्रक, पेटेंट, डिज़ाइन और ट्रेडमार्क, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, भारत सरकार के अमृत काल में बौद्धिक संपदा की परिवर्तनकारी शक्ति को रेखांकित करते हुए, देश भर में हजारों व्यक्तियों को प्रभावित करने वाले एक वैज्ञानिक की क्षमता पर जोर दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में मुद्दों को हल करने के लिए आईपी संचालित समाधान समय की मांग है।

आईपी एंड टीएम यूनिट की सहायक महानिदेशक, डॉ. नीरू भूषण ने भाकृअनुप में आईपी सुरक्षा और व्यवसायीकरण को अपनाने के लिए रणनीतियों की रूपरेखा तैयार की।

डॉ. जे.के. जेना, उप-महानिदेशक (मत्स्य विज्ञान) ने कृषि को आगे बढ़ाने में बौद्धिक संपदा की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

वर्चुअल पाठ्यक्रम 15 जनवरी से 14 फरवरी, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है और इससे भाकृअनुप संस्थानों के 300 से अधिक वैज्ञानिकों को लाभ होगा।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मत्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, केरल)

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