28 दिसंबर, 2023, चित्तूर
आरएएएस-केवीके द्वारा आज आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के वनस्थली स्थित परिसर में किसान-वैज्ञानिक संवाद बैठक का आयोजन किया गया।
डॉ. एस.के. चौधरी, उप-महानिदेशक (एनआरएम), भाकृअनुप, बैठक के प्रमुख थे। उन्होंने शेड नेट के तहत शहरी बागवानी इकाई का उद्घाटन किया।
डॉ. पी.के. सिंह, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार; डॉ. आर.आर. बर्मन, सहायक महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप; डॉ. पी.एस. पांडेय, कुलपति, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, बिहार; डॉ. शैक.एन. मीरा, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोन- X, हैदराबाद; आरएएसएस के महासचिव, डॉ. एस.वेंकटरत्नम भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे। उन्होंने आरएएसएस-केवीके में विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों और अनुदेशात्मक फार्मों का भी दौरा किया।
डॉ. एस. श्रीनिवासुलु, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, आरएएसएस-केवीके ने बातचीत बैठक में सभी का स्वागत किया और सदन को आरएएसएस-केवीके, चित्तूर की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
अधिकारियों ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना, कृषि ड्रोन, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, फसलों में पोषक तत्वों की कमी और उनके प्रबंधन और फूलों की खेती में प्रबंधन प्रथाओं का शुभारंभ किया। इसके अलावा, अधिकारियों ने आरएएसएस-केवीके द्वारा विकसित "आरोग्य संजीवनी" पर मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया है, इसका 'क्यूआर' कोड केवीके प्रदर्शन इकाइयों से संबंधित हैं।
इस कार्यक्रम में तिरुपति और चित्तूर जिलों के विभिन्न क्षेत्रों से 150 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
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