15 फरवरी, 2023, शिमला
भाकृअनुप-केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थानके मोदीपुरम क्षेत्रीय केन्द्रपर देश में आलू के उत्पादन, पोषकता एवं उपभोग के विषय में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आज “राष्ट्रीय आलू दिवस एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम” का आयोजन किया गया।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि, डॉ सुनील कुमार, निदेशक भाकृअनुप-भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मोदीपुरम; विशिष्ट अतिथि, डॉ. ब्रजेश निदेशक,भाकृअनुप-केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला एवं डॉ. बी.एस. तोमर, संभागाध्यक्ष (शाकीय विज्ञान),भाकृअनुप-आईएआरआई, नई दिल्ली रहे।
डॉ. कुमार ने इस अवसर पर देश में आलू अत्पादन के महत्व के बारे में किसानों को बताया तथा आलू के अलावा अन्य फसलों, पशुपालन तथा संतुलित एवं समेकित खेती करने का आह्वान किया।
संस्थान के निदेशक, डॉ. ब्रजेश सिंह ने आलू के उपभोग को बढ़ाने पर बल दिया, जिससे आलू प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा, किसानों को आलू का उचित दाम तथा रोजगार के अवसर में इजाफा हो।
डॉ. बी.एस. तोमर ने आलू के गुणवत्तायुक्त बीज विकसित करने की तकनीकों को अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर आलू उत्पादक किसानों के ज्ञानवर्धन के लिए एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत आलू की उन्नत प्रजातियाँ, आलू उत्पादन की सस्य क्रियाएँ, उरर्वरकों का संतुलित उपयोग, बीज उत्पादन की तकनीक, बीमारियों एवं कीटों की पहचान एवं प्रबंधन, आलू प्रसंस्करण की विधियाँ, पोषक अनाज (श्री अन्न) आधारीय आलू उत्पादों का वर्तमान परिदृश्य एवं संभावनाएं आदि विषयों पर विषय विशेषज्ञों ने उपस्थित किसानों की समस्याएँ सुनी एवं उनका समाधान किया। इसके अलावा देश से आलू निर्यात को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्ता पूर्ण आलू उत्पादन करने पर भी चर्चा की गई।
संस्थान के अध्यक्ष, डॉ देवेंद्र कुमार ने इस अवसर पर अतिथियों एवं कृषकों को संबोधित किया।
यहां, संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों के सजीव प्रदर्शन के लिए एक आलू प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। जिसमें उपस्थित किसानों ने विशेष रुचि दिखाई। साथ ही आलू फसल में ड्रोन के उपयोग के बारे में बताया गया। इस आयोजन पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से 250 से अधिक किसान पधारे।
(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान,शिमला)
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