4 एवं 5 अक्टूबर, 2023, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस), अल्मोड़ा की XXVII अनुसंधान सलाहकार समिति (आरएसी) की बैठक 4 और 5 अक्टूबर, 2023 को डॉ. एच.एस. गुप्ता, अध्यक्ष, कृषि किसान आयोग, असम सरकार, (पूर्व महानिदेशक, बोरलॉग इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशिया (बीआईएसए) और साथ ही पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-आईएआरआई, और भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोड़ा) की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी।
आरएसी सदस्य मुख्य रूप से, डॉ. हेमेन्द्र चन्द्र भट्टाचार्य, डीन डैफोडिल कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर, डीएमईटी, खेतड़ी, असम; डॉ. सी. चट्टोपाध्याय, पूर्व कुलपति, यूबीकेवी और प्रधान वैज्ञानिक, सीआरआईजेएएफ, कोलकाता; डॉ. एस.आर. मालू, पूर्व निदेशक (अनुसंधान), एमपीयूएटी, उदयपुर; बैठक में किसान सदस्य, श्री संजीव देष्टा, डॉ. लक्ष्मीकांत, निदेशक, भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोडा और डॉ. जे.के. बिष्ट, सदस्य सचिव, आरएसी (भाकृअनुप-वीपीकेएएस) के साथ-साथ विभागाध्यक्ष और वैज्ञानिक उपस्थित थे।
डॉ. लक्ष्मीकांत, निदेशक, भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोडा, आरएसी अध्यक्ष और सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने विभिन्न प्रकार के विकास, उत्पादन तथा संरक्षण प्रौद्योगिकियों, व्यवसायीकरण, प्राप्त पेटेंट, अनुसंधान प्रकाशन, पुरस्कार एवं मान्यता के संदर्भ में संस्थान के प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी।
आरएसी अध्यक्ष, डॉ. एच.एस. गुप्ता ने संस्थान के शोध कार्य की सराहना की और उत्तर-पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के विशेष संदर्भ में देश के पहाड़ी राज्यों में अपनी प्रौद्योगिकियों के प्रसार के प्रयासों के लिए भी संस्थान की सराहना की। इसके अलावा, संस्थान ने उत्तर-पूर्वी पहाड़ी क्षेत्र के राज्यों के बीच प्रौद्योगिकी का प्रसार भी किया है।
डॉ. जे.के. बिष्ट, सदस्य सचिव, आरएसी ने 15-16 सितंबर, 2022 को आयोजित XXVI आरएसी की सिफारिशों पर 'कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) प्रस्तुत की, जिसे आरएसी द्वारा अनुमोदित किया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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