भाकृअनुप-आईएएसआरआई ने अपना वार्षिक दिवस मनाया

भाकृअनुप-आईएएसआरआई ने अपना वार्षिक दिवस मनाया

3 जुलाई, 2023, नई दिल्ली

भाकृअनुप-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान (आईएएसआरआई), नई दिल्ली ने आज यहां अपना वार्षिक दिवस मनाया।

मुख्य अतिथि, डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप, ने अध्यक्षीय संबोधन देते हुए निम्नलिखित तीन बिंदुओं पर जोर दिया, जिन्हें वार्षिक दिवस पर करने की आवश्यकता है: (i) सहकर्मियों और बिरादरी के बीच खुशियों का आदान-प्रदान, (ii) अब तक जो किया गया है उसे प्रस्तुत करें और चर्चा करें और (iii) संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए भविष्य में क्या करना है, इस पर विचार करें। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान ने सांख्यिकी विज्ञान और ई-गवर्नेंस गतिविधियों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। महानिदेशक ने अच्छी तरह से सूचित निर्णयों के लिए गुणवत्ता डेटा, सही डेटा और प्रमाणित डेटा के महत्व पर भी जोर दिया।

ICAR-IASRI-Celebrates-Annual-Day-01

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जोधपुर के निदेशक, डॉ. शांतनु चौधरी ने "कृषि में कृत्रिम बुद्धिमत्ता" विषय पर 33वां नेहरू मेमोरियल व्याख्यान दिया। उन्होंने एआई को उपयोगकर्ताओं द्वारा स्वीकार किए जाने में आने वाले मुद्दों के बारे में बात की, जैसे: व्याख्या की कमी और विश्वसनीयता का मुद्दा। डॉ. चौधरी ने कृषि में एआई का उपयोग करके जेनरेटिव एडवाइजरी के महत्व को समझाया और कृषि अनुप्रयोगों के लिए ओपन क्वेरी-आधारित चैटबॉट विकसित करने के बारे में भी बात की। उन्होंने मशीन लर्निंग इंटीग्रिटी एमएल कंसिस्टेंसी, एमएल एक्सप्लेनेबिलिटी, एमएल सिक्योरिटी और एमएल प्रोडक्टिबिलिटी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आह्वान किया कि कृषि में प्रयोगों का अनुकरण करके अवलोकन संबंधी आकस्मिक अनुमान ढांचे को विकसित किया जाना महत्वपूर्ण है।

सम्मानित अतिथि, डॉ. आर.सी. अग्रवाल, उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा) और राष्ट्रीय निदेशक (एनएएचईपी) ने अपनी टिप्पणी में आईएएसआरआई के गौरवशाली अतीत का उल्लेख किया और भाकृअनुप और पूरे एनएआरईएस के लिए संस्थान के योगदान और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने आईएएसआरआई को "संपूर्ण भाकृअनुप और एनएआरईएस का हृदय" कहा।

इस अवसर पर निम्नलिखित चार प्रकाशन भी जारी किए गए: (i) कृषि अनुसंधान डेटा बुक (एआरडीबी) 2023; (ii) "प्रमुख फसलों की खेती की लागत के लिए व्यापक योजना का मूल्यांकन (सीएस योजना)" पर तकनीकी बुलेटिन; (ii) "कृषि सांख्यिकी (आईएएस) योजना में सुधार का मूल्यांकन" पर तकनीकी बुलेटिन और संवर्धित वास्तविकता/ आभासी वास्तविकता पर विवरणिका, इत्यादि। पेपर के लेखकों ने 10+ प्रभाव कारक के साथ शोध पत्र प्रकाशित किया जिसमें अग्रणी स्थान प्राप्त करने के लिए आईएएसआरआई को प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान विद्यार्थियों ने सुंदर रंगोली भी बनाई।

इससे पहले, भाकृअनुप-आईएएसआरआई के निदेशक, डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने संस्थान की हालिया गतिविधियों, प्रमुख उपलब्धियों, पुरस्कार, सहयोग एवं लिंकेज, सांख्यिकीय पद्धतियां तथा उनके प्रभाव, मानव संसाधन विकास, उत्पाद, डिजिटल पहल आदि के बारे में जानकारी दी।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली)

×