16 फरवरी, 2023, परभणी
भाकृअनुप-राष्ट्रीय कपास प्रौद्य़ोगिकी अनुसधान संस्थान, मुंबई ने आज वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विद्यापीठ, परभणी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

इस समझौता ज्ञापन पर डॉ. (प्रो.) इंद्र मणि, कुलपति, वीएनएमकेवी परभणी तथा डॉ. सुजीत कुमार शुक्ला, निदेशक, भाकृअनुप-सिरकॉट द्वारा कपास क्षेत्र में दोनों संस्थानों की विशेषज्ञता द्वारा संबन्धित संगठनों की ओर से सहयोगात्मक अनुसंधान और शैक्षणिक लाभों को नई ऊर्जा देने के लिए हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. (प्रो.) मणि ने विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के संचालन के अवसरों, संकाय तथा छात्रों के आदान-प्रदान, कपास और इसके उप-उत्पाद का उपयोग तथा कटाई के बाद प्रसंस्करण से संबंधित, दीर्घकालिक सहयोग एवं अत्याधुनिक अनुसंधान कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए कर्मचारियों की क्षमता निर्माण पर जोर दिया।
डॉ. अशोक कुमार भारीमल्ला (वरिष्ठ वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सिरकॉट) ने कृषि में नैनो तकनीक के अनुप्रयोग, कटाई के बाद के प्रसंस्करण और कपास के मूल्यवर्धन सहित संस्थान में की जाने वाली अनुसंधान गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ. डी.पी. वास्कर (अनुसंधान निदेशक, वीएनएमकेवी परभणी), डॉ. के.एस. बेग (कपास विशेषज्ञ, वीएनएमकेवी परभणी), डॉ. मनोज कुमार महावर (वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सिरकॉट) और डॉ. ज्योति धकाने-लाड (वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सीआईआरसीओटी) इस अवसर पर उपस्थित थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कपास प्रौद्य़ोगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई)
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