28 जनवरी, 2019, जोधपुर
कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (ATMA) ने आज भाकृअनुप-केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान में संयुक्त रूप से एक जिला स्तरीय प्रदर्शनी और किसान मेले का आयोजन किया।
श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री ने अपने उदघाटन भाषण में किसानों की आय को दोगुना करने में एकीकृत कृषि की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने किसानों से सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने का भी आग्रह किया। मंत्री ने विकासशील प्रौद्योगिकियों में वैज्ञानिकों के प्रयासों और किसानों द्वारा शुष्क क्षेत्र में उन्हें अपनाने के लिए उनकी सराहना की।
श्री महेंद्र विश्नोई, विधायक, लूणी, जोधपुर ने किसानों से फसल विविधीकरण और उन्नत तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया।
डॉ. ओ. पी. यादव, निदेशक, भाकृअनुप-काजरी, जोधपुर ने शुष्क क्षेत्रों के किसानों की आजीविका में सुधार के लिए संस्थानों द्वारा विकसित तकनीकों की भूमिका को रेखांकित किया। इनमें पानी का कुशल उपयोग, कृषि विविधीकरण, कृषि प्रणाली, कृषि उत्पादों का मूल्यवर्धन, बेहतर रोपण सामग्री का उपयोग, कृषि में सौर ऊर्जा का उपयोग आदि शामिल थे।
इस अवसर पर किसान गोष्ठी (वैज्ञानिक-किसान संवाद) भी आयोजित किया गया, जिसमें फसल उत्पादन, पशुधन, मृदा प्रबंधन, बागवानी, जल संचयन और चारागाह प्रबंधन आदि मुद्दों के समाधान प्रदान किए गए।
भाकृअनुप-काजरी के प्रायोगिक अनुसंधान फार्म के लिए किसानों का दौरा भी आयोजित किया गया था जिसमें फसल कैफेटेरिया, कृषि-वोल्टेइक प्रणाली, बागवानी ब्लॉक, चारा बीट ब्लॉक, नेपियर घास ब्लॉक, डेयरी इकाई आदि शामिल थे।
सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के 3 संगठनों को भी अपनी प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया।
कार्यक्रम में भाकृअनुप संस्थानों के निदेशक, राज्य कृषि विभाग के अधिकारी, गैर सरकारी संगठन आदि के साथ-साथ जोधपुर जिले के विभिन्न हिस्सों से 2,100 महिला और पुरुष किसान शामिल हुए।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जोधपुर)
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