15 फरवरी, 2021, जोधपुर
डॉ. अशोक कुमार सिंह, उप महानिदेशक, (कृषि विस्तार), भाकृअनुप ने आज भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान द्वारा आयोजित ‘हरियाणा और दिल्ली के केवीके के लिए राज्य स्तरीय कार्य-योजना – 2021 कार्यशाला’ का उद्घाटन किया।

डॉ. सिंह ने अपने उद्घाटन संबोधन में सिंगल विंडो रिसोर्स सेंटर (एकल खिड़की संसाधन केंद्र) के नए अधिदेश के साथ कृषि विज्ञान केंद्रों के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उपमहानिदेशक ने हरियाणा और दिल्ली के परिनगरीय क्षेत्रों में स्थित केवीके में ऊर्जा उपयोग दक्षता, मशरूम की खेती, डेयरी फार्मिंग, धान-गेहूं की फसल प्रणाली में बदलाव, भूजल की कमी, अल्पावधि उच्च उपज वाली किस्मों की शुरुआत, सटीक कृषि, विविधीकरण आदि पर जोर देने का आग्रह किया। उप महानिदेशक ने हरियाणा में फसल अवशेष प्रबंधन, एक जिला एक उत्पाद, स्वीट कॉर्न की खेती और सोनीपत जिले में बेबी कॉर्न इत्यादि की उपलब्धियों को भी रेखांकित किया।

सम्मानित अतिथि, प्रो. समर सिंह, कुलपति, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार, हरियाणा ने जलवायु परिवर्तन के परिदृश्य (जो खाद्य सुरक्षा के लिए खतरा है) को दूर करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. एस. के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर, राजस्थान ने केवीके से नए अधिदेश के अनुसार एकल खिड़की संसाधन केंद्र के रूप में काम करने का आग्रह किया। उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के लिए पारिस्थितिक स्थिरता के महत्त्व पर भी जोर दिया।
इस अवसर पर हरियाणा और दिल्ली के कुल 19 केवीके ने वर्ष 2021 के लिए अपनी कार्य योजनाएँ प्रस्तुत कीं।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, क्षेत्र - II, जोधपुर, राजस्थान)
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