03 दिसंबर, 2022, मुंबई
भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई ने कृषि शिक्षा दिवस के संयोजन में आज यहां अपना 99वां स्थापना दिवस मनाया।


उद्घाटन संबोधन में मुख्य अतिथि, डॉ. एस.एन. झा, उप महानिदेशक (कृषि इंजीनियरिंग) ने 1924 के दौरान अपनी स्थापना के बाद से संस्थान की उपलब्धियों की सराहना की। डॉ. झा ने संस्थान के वैज्ञानिकों और स्टाफ सदस्यों से हितधारकों की आवश्यकताओं के लिए काम करने का आग्रह किया ताकि मौजूदा तकनीकी ज्ञान का उपयोग किसानों, उद्योगों और अन्य हितधारकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जा सके। उन्होंने नवीनतम तकनीकों पर काम करने और लंबे समय में आत्मनिर्भर बनने के लिए अधिक राजस्व उत्पन्न करने का भी आग्रह किया।
विशिष्ट अतिथि, डॉ. सी.डी. मायी, पूर्व अध्यक्ष, एएसआरबी; डॉ. पी.जी. पाटिल, कुलपति, एमपीकेवी, राहुरी; डॉ. आर.पी. काचरू, पूर्व एडीजी (पीई), भाकृअनुप, नई दिल्ली; श्री सुरेश कोटक, निदेशक, मेसर्स कोटक कमोडिटीज और डॉ. नरसैह कैरम, एडीजी (पीई), भाकृअनुप, नई दिल्ली ने अभिनंदन भाषण दिया।
संस्थान के पूर्व निदेशक, डॉ. एस. श्रीनिवासन और डॉ. ए.जे. शेख यहां उपस्थित होकर इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
इस अवसर पर उद्योग भागीदारों के साथ तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
गणमान्य व्यक्तियों द्वारा तीन प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों द्वारा संस्थान के कर्मचारियों को 'वर्ष 2022 का सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी पुरस्कार' प्रदान किया गया।
इस अवसर पर "सिरकॉट-आर-एबीआई एग्री-स्टार्टअप डेमो डे" का उद्घाटन किया गया और इस अवसर पर इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले नवोदित उद्यमियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर को मनाने के लिए, इंडियन सोसाइटी फॉर कॉटन इम्प्रूवमेंट एंड इंडियन फाइबर सोसाइटी के सहयोग से "कॉटन, अन्य प्राकृतिक फाइबर और कृषि-अवशेषों के प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन" पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया; साथ ही संस्थान के वैज्ञानिकों और तकनीकी कर्मचारियों, कृषि-स्टार्टअप और अन्य हितधारकों की भागीदारी के साथ इसे खास बनाया गया।
इससे पूर्व, डॉ. एस.के. शुक्ला, निदेशक, भाकृअनुप-सिरकॉट ने स्वागत संबोधन दिया और संस्थान की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया।
हाइब्रिड मोड में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम, देश के विभिन्न भागों से संस्थान के सेवानिवृत्त और सेवारत स्टाफ सदस्यों, नवोदित उद्यमियों, उद्योगपतियों, भाकृअनुप के एसएमडी इंजीनियरिंग संस्थानों के वैज्ञानिकों, स्थानीय इंजीनियरिंग और कपड़ा संस्थानों के संकायों, शोधकर्ताओं और छात्रों द्वारा पंजीकरण के माध्यम से भागीदारी की गई।
डॉ. एन. विग्नेश्वरन, प्रधान वैज्ञानिक और अध्यक्ष, आयोजन समिति ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई)








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