20 मई, 2016, बैंगलूरू
डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप ने भाकृअनुप - भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर), बैंगलूरू का दौरा किया। वैज्ञानिकों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने संस्थान की अनुसंधान उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने भाकृअनुप के बागवानी संस्थानों के सभी निदेशकों से आग्रह किया कि बागवानी आधारित कार्य योजना विकसित करने के लिए आपसी तालमेल के आधार पर सबंधित गतिविधियों में सम्पूर्णता लाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनुसंधान प्रकाशन किसी भी शोध आधारित संस्था के अनुसंधान उत्पादों के आकलन करने के साधन होते है। ऐसे प्रकाशन संबधित संस्था के पिछले पांच सालों के मूल्यांकन भी करते हैं, जिनकी सामग्री एवं सूची पर स्वीकृत नियमों के अनुसार कार्य करने की आवश्यकता होती है।




डॉ. महापात्र ने नवनिर्मित पॉलीहाउस, वैज्ञानिक जल संचयन संरचना, अनार जर्मप्लाज्म यूएसडीए से, सब्जी बीज ब्रीडर इकाई, फेनोमिक्स सुविधा (एनआईसीआरए प्रोग्राम) और भाकृअनुप - आईआईएचआर की किस्मों और तकनीकों की एक प्रदर्शनी का दौरा किया। उन्होंने आईआईएचआर द्वारा विकसित तीन प्रकार के रोग प्रतिरोधी टमाटर एफ 1 संकर अर्का रक्षक की उच्च उपज (128 टन / हैक्टर) को साकार करने के लिए प्रगतिशील किसान श्री अंजनेय्या मूर्ति कोलार को सम्मानित किया।
महानिदेशक महोदय के इस दौरे में डॉ. एन.के. कृष्ण कुमार, उप महानिदेशक (बागवानी) उनके साथ थे। उन्होंने अपने संबोधन में भाकृअनुप - आईआईएचआर की हाल की उपलब्धियों की सराहना की।
डॉ. एम.आर. दिनेश, निदेशक, भाकृअनुप – आईआईएचआर ने संस्थान द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों, उपलब्धियों और पहलों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
(स्रोत: भाकृअनुप - भारतीय बागवानी अनुसंधान, बैंगलूरू)








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