31 नवंबर, 2023, बेंगलुरु
भाकृअनुप-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर), बेंगलुरु द्वारा आईपी एंड टीएम यूनिट, भाकृअनुप के सहयोग से आज डॉ. जी.एस. रंधावा सभागार, भाकृअनुप-आईआईएचआर में उद्योग जगत के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया।
डॉ. सुधाकर पांडे, सहायक महानिदेशक (पुष्प/ सब्जी/ मसाले/ औषधीय पौधे) कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। डॉ. पांडे ने विभिन्न भाकृअनुप संस्थानों में बागवानी अनुसंधान परिदृश्य, प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण पर समग्र दृष्टिकोण, नियामक अनुपालन को आसान बनाने पर चर्चा और किसान मार्ट तथा अमेजन जैसे ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से भाकृअनुप प्रौद्योगिकियों को लोकप्रिय बनाने एवं बिक्री की दिशा में उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला।
डॉ. साईप्रसाद गांद्रा, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, आईटीसी लाइफ साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी सेंटर, बैंगलोर इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि थे। उन्होंने किसी सरकारी एजेंसी के साथ जुड़ने पर नियामक अनुपालन और संबंधित देरी जैसी कमियों और गैर-तकनीकी सीमाओं को स्पष्ट किया।
डॉ. के.एस. महेश, महाप्रबंधक, नाबार्ड ने सम्मानित अतिथि के रूप में संबोधन दिया तथा स्टार्टअप के लाभ के लिए नाबार्ड द्वारा समर्थित विभिन्न योजनाओं को विस्तार से बताया।
बैठक के बाद समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत, भाकृअनुप-आईआईएचआर की तीन प्रौद्योगिकियों यथा- अर्का सस्य पोषक रस तकनीक को मैसर्स चुल्ली फार्म, कासरगोड, केरल; अर्का मैंगो वॉश तकनीक को श्री कृष्ण चंद्र महापात्रा, भुवनेश्वर, ओडिशा, और रेज्ड बेड अनियन बल्बेट प्लांटर की मशीनरी ड्राइंग को मेसर्स ए जी इंडस्ट्रीज, कोयंबटूर, तमिलनाडु को प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में पहला प्रकाशन, डॉ. जी. संगीता और डॉ. एच.एस. सिंह द्वारा "अर्का मैंगो वॉश- कालिख के धब्बे के कारण फलों के कालेपन को हटाने के लिए एक तकनीक" को जारी किया गया। एक और प्रकाशन "प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण @भाकृअनुप-आईआईएचआर रुझान और नेतृत्व- आगे का रास्ता" जिसे डॉ. बी.एल. मंजूनाथ, डॉ. आर. उमामहेश्वरी, डॉ. एच.वी. हरीश कुमार, डॉ. के.पी. पूजा, श्रीमती आर.एस. राजेश्वरी, श्री. एच. एस. राघवेंद्र द्वारा संकलित, संपादित एवं जारी किया गया।
कार्यक्रम के दौरान एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जहां दक्षिण बागवानी क्षेत्र के विभिन्न भाकृअनुप संस्थानों ने अपने इनक्यूबेट्स के साथ अपनी लाइसेंस प्राप्त प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया।
कुल मिलाकर 92 प्रतिभागियों, जिनमें उद्योगपति, महत्वाकांक्षी उद्यमी और स्टार्ट-अप शामिल थे, इसने इंडस्ट्री मीट के लिए पंजीकरण कराया और कार्यक्रम के सफल निष्पादन में योगदान दिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु)
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