30 जुलाई, 2022, मुंबई
भाकृअनुप-केंद्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, मुंबई ने आज भाकृअनुप-सीआईएफई द्वारा विकसित एक फोटो बायोरिएक्टर का उपयोग करके माइक्रोएल्गी, बायोमास उत्पादन के लिए फीनिक्स एग्रोटेक एलएलपी को एक प्रौद्योगिकी हस्तांतरित की।
समझौते पर, डॉ. सी.एन. रविशंकर, निदेशक/कुलपति, भाकृअनुप-सीआईएफई और श्री विनीत राठौड़, सीईओ, फीनिक्स एग्रोटेक एलएलपी, सम्बंधित संगठनों की ओर से हस्ताक्षर किया। यह प्रौद्योगिकी गैर-अनन्य मोड में स्थानांतरित किया गया था।
इस प्रकार, नया डिजाइन किया गया फोटो बायोरिएक्टर बाहरी परिस्थितियों में स्थापित एक ट्यूबलर मॉड्यूल के माध्यम से प्राकृतिक प्रकाश के अधिकतम उपयोग को सक्षम बनाता है। फोटो बायोरिएक्टर में एक एकीकृत हार्वेस्टिंग मॉड्यूल और इनडोर संस्कृति टैंक की रोशनी के लिए एलईडी लाइट पैनल भी शामिल हैं। फोटो बायोरिएक्टर का नया डिजाइन वर्षा के मौसम सहित पूरे वर्ष सूक्ष्म शैवाल बायोमास उत्पादन की सुविधा प्रदान करता है, जब कम रोशनी और खुली संस्कृति प्रणालियों में वर्षा जल संचय के कारण बाहरी खेती बाधित होती है।
इस प्रकार, वैज्ञानिकों की एक टीम प्रौद्योगिकी की क्षमता को साकार करने के लिए उद्योग का मार्गदर्शन करेगी और आवश्यक प्रशिक्षण एवं तकनीकी जानकारी प्रदान करेगी।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, मुंबई)
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