25 नवंबर, 2022
सुश्री अलका नांगिया अरोड़ा, अतिरिक्त सचिव (डेयर) एवं वित्तीय सलाहकार (भाकृअनुप) ने आज भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (नार्म), हैदराबाद स्थित भाकृअनुप संस्थानों और भाकृअनुप-क्षेत्रीय कर्मचारियों, हैदराबाद स्थित भाकृअनुप संस्थानों के निदेशकों, प्रशासन प्रमुखों, वित्त प्रमुखों और पीएमई के प्रभारियों के साथ एक इंटरैक्टिव बैठक की अध्यक्षता की।

उन्होंने पीएमएफएस और टीएसए खातों के उपयोग को दोहराया, क्योंकि फंडिंग एजेंसियां संस्थानों को प्रदान किए गए बजट की कुशल और प्रभावी ट्रैकिंग के लिए इन प्लेटफार्मों का उपयोग कर रही हैं। सुश्री नांगिया ने जोर देकर कहा कि वित्तीय संसाधन सीमित हैं इसलिए संसाधनों एवं राजस्व सृजन के लिए संस्थानों द्वारा प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने भाकृअनुप में संसाधन जुटाने की रणनीतियों पर विचार-मंथन सत्र आयोजित करने और इन मुद्दों को एनएएआरएम के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में लाने का सुझाव भी दिया।

स्वागत संबोधन में, डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने भाकृअनुप के एससीएसपी, टीएसपी कार्यक्रमों सहित बजट के समय पर लाने और इसके प्रभावी उपयोग पर जोर दिया।
हैदराबाद में स्थित भाकृअनुप संस्थानों के निदेशक तथा आईआईआरआर, सीआरआईडीए, आईआईओआर, आईआईएमआर, पीडीपी, एनआरसी मीट, अटारी-हैदराबाद और एनएएआरएम तथा उनके प्रतिनिधियों ने संस्थान की उपलब्धियों और प्रशासनिक एवं वित्तीय मुद्दों को सबके सामने रखा।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद)








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