26 दिसंबर 2022, चेन्नई
भाकृअनुप-केन्द्रीय खारा जलजीव पालन संस्थान (सीबा), चेन्नई को ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन, चेन्नई, तमिलनाडु द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत "स्वच्छ शहरों के लिए जन आंदोलन - 2022" के तहत अनुकरणीय कार्य के लिए 'प्रशंसा पुरस्कार' से नवाजा गया, संस्थान 2015 से अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकियों के प्रलेखन और प्रसार के अलावा ‘कचरे से धन’ सृजन के पहल तथा अभिनव अपशिष्ट प्रबंधन सहित विभिन्न स्वच्छ गतिविधियों के आयोजन के लिए इस पुरस्कार का हकदार बना है।

डॉ. सी.वी. साईराम, प्रभारी निदेशक; डॉ. पी. महालक्ष्मी, प्रधान वैज्ञानिक और नोडल अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन, भाकृअनुप-सीबा तथा सीबा की स्वच्छ भारत मिशन समिति के सदस्य, श्री जगन मोहन राज ने आज यहां चेन्नई की मेयर, सुश्री प्रिया राजन से पुरस्कार प्राप्त किया।
भाकृअनुप-सीबा ने जलीय कृषि और कृषि में फील्ड एप्लिकेशन के लिए सीबा-प्लैंकटन प्लस और सीबा-हॉर्टीप्लस के रूप में ब्रांडेड मूल्य वर्धित उत्पादों के लिए मछली के कचरे को रिसाइकिल करने के लिए एक अनूठी तकनीक पेश की है। बड़े पैमाने पर उत्पादन और अंतिम उपयोगकर्ताओं को आपूर्ति के लिए दोनों उत्पादों का व्यवसायीकरण किया गया है। इस तकनीक ने विभिन्न तटीय राज्यों में 150 से अधिक मछुआरों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं और उनकी आजीविका सुरक्षा और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के उत्थान में योगदान दिया है।
355 से अधिक मछुआरों और किसानों को इस तकनीक का उपयोग करके मछली-अपशिष्टों को मूल्य वर्धित उत्पादों में पुनर्चक्रित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। सीबा की तकनीकी सहायता से उपरोक्त मूल्य वर्धित उत्पादों का उत्पादन करने के लिए भाकृअनुप-सीआईबीए (सीबा) द्वारा गठित मेसर्स नंबिक्काई मछली किसान समूह, चेन्नई को राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी), मत्स्य पालन विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा "2020 के सर्वश्रेष्ठ मत्स्य स्वयं सहायता समूह" के रूप में मान्यता दी गई थी।
2015 से, भाकृअनुप-सीबा ने लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय खारा जलजीव पालन संस्थान, चेन्नई)








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