5 फरवरी, 2023, हैदराबाद
श्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि, कृषि शिक्षा और कृषि अनुसंधान मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने आज भाकृअनुप-भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद का दौरा किया।
मंत्री ने अपने संबोधन में भाकृअनुप-आईआईआरआर, राज्य के कृषि विभाग, केवीके और उत्तर प्रदेश के राज्य कृषि विश्वविद्यालयों का भाकृअनुप संस्थानों के बीच समन्वय और संचार बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान यूपी राज्य के कुछ क्षेत्रों में उच्च जस्ता और अन्य बायोफोर्टिफाइड चावल किस्मों को लोकप्रिय बनाने में केन्द्रीय भूमिका निभा सकता है, जहां बच्चों और महिलाओं में कुपोषण की समस्या विद्यमान है। इसके अलावा, श्री शाही ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में उच्च उपज, कम लागत वाले उपयोग कुशल और जलवायु के अनुकूल चावल की किस्मों के प्रदर्शन के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने भाकृअनुप-आईआईआरआर से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के तहत वित्त पोषण के लिए मई 2023 तक यूपी के राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, राज्य कृषि विभाग के परामर्श से एक संयुक्त प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आग्रह किया। प्रस्ताव में बुनियादी ढांचे के विकास के अलावा, उत्तर प्रदेश के चावल किसानों के लाभ के लिए प्रदर्शित लक्षणों में सुधार तथा आधुनिक चावल प्रौद्योगिकियों को लोकप्रिय बनाना शामिल हो सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाकृअनुप-आईआईआरआर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स चावल किस्म, बेहतर सांबा महसूरी के अलावा जलवायु-लचीले और बायोफोर्टिफाइड चावल किस्मों के लोकप्रिय बीजों की आपूर्ति कर सकता है।

डॉ. रमन मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईआरआर ने संस्थान के शासनादेश, उपलब्धियों और नई पहलों के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
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