28 फरवरी, 2023, हैदराबाद
भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान (क्रीडा), हैदराबाद में आज "वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान" विषय पर राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह के एक भाग के रूप में भाषण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। भाषण का विषय था “वैश्विक भलाई के लिए वैश्विक विज्ञान जिसमें बड़े पैमाने पर मानव जाति के लाभ के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान की आवश्यकता पर जोर दिया गया। एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें स्टाफ सदस्यों और छात्रों सहित लगभग 40 प्रतिभागियों ने इसमें शिरकत की।

डॉ. शैक एन. मीरा, निदेशक, भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), जोन-एक्स और डॉ. वी.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-क्रीडा ने समापन समारोह उपस्थित होकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मुख्य अतिथि, डॉ. शेख एन. मीरा ने अपने संबोधन में ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे तकनीक का कृषि में प्रयोग के लिए उपलब्ध नए डिजिटल ऐप और तकनीकों की विविधता पर बात की। उन्होंने इन समकालीन प्रौद्योगिकी के उपयोग का पता लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने छोटे पैमाने के किसान को ध्यान में रखते हुए पारंपरिक खेती में उपयोग होने वाले प्रौद्योगिकियों का नवीन तरीकों से उपयोगों को खोजने पर बल दिया। उन्होंने कहा अधिक गहन अनुसंधान के माध्यम से भारत कृषि उत्पादकता में विश्व में अग्रणी बनने की क्षमता रखता है।
डॉ. विनोद कुमार सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-क्रीडा ने अपने संबोधन में सर सी.वी. रमन के जीवनवृत्त का व्याख्यान करके दैनिक जीवन में विज्ञान के महत्व को समझाया। उन्होंने छात्रों से टिकाऊ कृषि पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए कहा जिसका आने वाली पीढ़ियों पर इसका अच्छा प्रभाव दिखे।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)








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