7 नवंबर 2016, कयरडेम, री-भोई
कृषि विज्ञान केंद्र, री-भोई, उत्तर-पूर्वी पहाड़ी क्षेत्र के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर, उमियम द्वारा निक्रा परियोजना के तहत एसआरआई धान पर कयरडेम गांव में खेत दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य चावल गहनता प्रणाली (एसआरआई) के तहत ‘किस्म आरसीएम-10 धान’ का प्रदर्शन करना था। कयरडेम की श्रीमती वलारी मारिंग के खेत में विधियों का प्रदर्शन किया गया। पड़ोसी किसानों को एसआरआई पैकेज द्वारा खेती के बारे में जानकारी दी गई। प्रदर्शित बौनी धान की किस्म में मंजरी व उसकी लंबाई तथा उत्पादन अवधि स्थानीय किस्मों (मंदरी, लैस्पाह, मनीपुर, पनाह) की तुलना में कम है।
किसानों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे एसआरआई विधि के तहत संकर किस्म द्वारा पारंपरिक किस्मों (20-25 क्विंटल प्रति हैक्टर) की तुलना में दोगुना से ज्यादा (40-45 क्विंटल प्रति हैक्टर) उत्पादन प्राप्त करेंगे।
कयरडेम और आसपास के गांवों के लगभग 30 किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोतः केवीके, री-भोई, उत्तर –पूर्वी क्षेत्रों के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर, उमियम)
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