1 दिसंबर, 2020, पुणे
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र और भाकृअनुप-केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र ने संयुक्त रूप से आज “कपास में उभरते समस्याओं पर महाराष्ट्र में केवीके के साथ आभासी सहभागिता बैठक” का आयोजन किया।
डॉ. वाई. जी. प्रसाद, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईसीआर, नागपुर, महाराष्ट्र ने केवीके द्वारा ऑन-फ़ार्म परीक्षण, अग्रिम पंक्ति प्रदर्शनों और जन विस्तार अभियान में शामिल करने के लिए स्थानांतरण हेतु तैयार तकनीकों पर प्रकाश डाला।
डॉ. लाखन सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, पुणे, महाराष्ट्र ने बैठक के मुख्य उद्देश्य को रेखांकित किया।
इससे पहले यवतमाल, जालना और नंदुरबार जिलों के केवीके ने महाराष्ट्र के तीनों क्षेत्रों में प्रचलित फसल की स्थिति पर रिपोर्ट पेश की और चिंता के उभरते मुद्दों को व्यक्त किया।
बैठक का उद्देश्य कपास किसानों के सामने आने वाली उभरती कीटों और रोगों की समस्याओं का जायजा लेना और भाकृअनुप-सीआईसीआर विशेषज्ञों के परामर्श से अगले सत्र के लिए ठोस कार्य-योजना विकसित करना था।
भाकृअनुप-सीआईसीआर, नागपुर और केवीके के प्रभागों/अनुभागों के प्रमुखों सहित 85 विषय-विशेषज्ञों ने आभासी तौर पर बैठक में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र)
Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram