18 जून, 2021, राँची
भाकृअनुप-भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान, राँची, झारखंड और कृषि विज्ञान केंद्र, खूंटी ने संयुक्त रूप से 'उर्वरक के संतुलित उपयोग' पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
मिट्टी से संबंधित विभिन्न विषय, जैसे उर्वरकों के संतुलित उपयोग में मृदा परीक्षण की भूमिका, चार-आर (4-टी) दृष्टिकोण का उपयोग कर उर्वरकों का विवेकपूर्ण उपयोग, जैविक उर्वरकों का महत्व, पौधों को पोषक तत्वों के संचरण में उर्वरकों का उपयोग और उर्वरक उपयोग के लिए ड्रिप सिंचाई आदि पर वेबिनार में चर्चा की गई।

वेबिनार का मुख्य उद्देश्य किसानों को मिट्टी में उर्वरकों के संतुलित उपयोग के बारे में जागरूक करना था।
इस अवसर पर आयोजित किसान गोष्ठी में 70 किसानों, 10 छात्रों और संस्थान के 17 कर्मचारियों सहित कुल 97 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
वेबिनार का आयोजन भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 'भारत का अमृत महोत्सव' के एक भाग के रूप में किया गया था।
(स्त्रोत: भाकृअनुप-भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान, राँची, झारखंड)
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