‘एफपीओ/एफपीसी के गठन और भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर के तहत केवीके के लिए अपनी व्यावसायिक योजना तैयार करने’ पर आभासी एमडीपी का भाकृअनुप-नार्म में हुआ समापन

‘एफपीओ/एफपीसी के गठन और भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर के तहत केवीके के लिए अपनी व्यावसायिक योजना तैयार करने’ पर आभासी एमडीपी का भाकृअनुप-नार्म में हुआ समापन

24 अगस्त, 2021, हैदराबाद

भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान अकादमी, हैदराबाद द्वारा 17 से 24 अगस्त, 2021 तक आयोजित 'एफपीओ/एफपीसी का गठन और इसकी व्यावसायिक योजना तैयार करने' पर आभासीय एमडीपी का आज समापन हो गया।

अपने समापन संबोधन में, मुख्य अतिथि, डॉ. अशोक कुमार सिंह, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप ने छोटे किसानों के हित में एफपीओ के लिए सरकार की विभिन्न पहलों और केवीके के लिए प्राथमिकताओं के संरेखण पर प्रकाश डाला।

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डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने प्रतिभागियों से अपने केवीके के तहत एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए अपने अनुभव के उपयोग करने का आग्रह किया।

डॉ. एस. के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान ने कृषि विज्ञान केंद्रों के बारे में बताया जो केंद्रीय क्षेत्र योजना के तहत एनसीडीसी के सहयोग से एफपीओ गठन के सक्रिय चरण में हैं।

कार्यक्रम के दौरान एफपीओ के विभिन्न पहलुओं - किसानों की लामबंदी से लेकर एफपीओ गठन एवं पंजीकरण, और एफपीओ के लिए व्यवसाय योजना विकास के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई, जिसमें परिचालन, विपणन और वित्तीय योजनाएँ शामिल हैं। प्रतिभागियों को उत्पादकों की कंपनियों के लिए आवश्यक विभिन्न नियामक अनुपालनों से अवगत कराया गया।

कार्यक्रम में भाकृअनुप, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और केवीके समर्थित गैर-सरकारी संगठनों के कुल 66 प्रतिभागियों ने आभासी तौर पर भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमीहैदराबाद)

 

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