15 अगस्त, 2021, वाशिम, महाराष्ट्र
अगस्त से नवंबर, 2021 तक आयोजित किए जा रहे 'जल शक्ति अभियान' के उत्सव को चिह्नित करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, वाशिम, महाराष्ट्र ने आज मालेगांव ब्लॉक के गोद लिए गए गांव शिरसाला में 'किसान मेला-सह-जागरूकता कार्यक्रम' का आयोजन किया।
अपने संबोधन में प्रगतिशील किसान श्री नारायण इंगोले ने बतौर मुख्य अतिथि सूक्ष्म सिंचाई पर जोर दिया। उन्होंने 'अधिक फसल, प्रति बूँद तकनीक' और ‘मृदा जल संरक्षण’ के लिए उन्नत तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
ओलांदेश्वर किसान उत्पादक संगठन के प्रवर्तक श्री रामचंद्र पाटिल इंगोले, श्री दामोदर सारदा, श्री संजय शर्मा, श्री दत्ताराव इंगोले और श्री दाजीबा पाटिल इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अपने स्वागत संबोधन में, डॉ. आर. एल. काले, प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक, केवीके, वाशिम, महाराष्ट्र ने कृषि के वैज्ञानिक प्रबंधन के लिए केवीके वैज्ञानिकों के साथ संवाद के बाद तकनीकी समर्थन की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने वर्षा आधारित कृषि में फसल नियोजन और जल संरक्षण के माध्यम से प्रभावी जल प्रबंधन के महत्त्व को भी रेखांकित किया।
किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण, उपयुक्त फसलों, पशुधन और जलीय कृषि के लिए कुशल जल प्रबंधन से अवगत कराया गया।
इस अवसर पर भाग लेने वाले किसानों को ‘सब्जी पोषक किट’ और 'पौष्टिक पौधों के अंकुर' वितरित किए गए।
(स्रोत: कृषि विज्ञान केंद्र, वाशिम, महाराष्ट्र)
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