8 अगस्त, 2025, गुवाहाटी
भाकृअनुप-राष्ट्रीय शूकर अनुसंधान केन्द्र, रानी, गुवाहाटी, असम ने बायोटेक रिसर्च सोसाइटी, इंडिया (बीआरएसआई) के सहयोग से आज "स्कूली बच्चों के लिए जैव प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने तथा कौशल विकास" पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया।

कार्यशाला का उद्देश्य स्कूली छात्रों में जैव प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूकता बढ़ाना एवं इसमें रुचि जगाना था। इसमें जैव प्रौद्योगिकी की प्रमुख अवधारणाओं से परिचित कराने और पशु चिकित्सा एवं कृषि जैव प्रौद्योगिकी सहित जीवन विज्ञान में करियर के अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किए गए इंटरैक्टिव व्याख्यानों, लाइव प्रदर्शनों और व्यावहारिक गतिविधियों की एक श्रृंखला शामिल थी।
डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय शूकर अनुसंधान संस्थान ने कम उम्र से ही वैज्ञानिक जिज्ञासा पैदा करने के महत्व पर ज़ोर दिया और कृषि, स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता से संबंधित वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में जैव प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
सत्र का संचालन संस्थान के विषय विशेषज्ञों ने किया, उन्होंने स्कूली बच्चों के लिए जटिल वैज्ञानिक अवधारणाओं को सरल और आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया। उनके प्रयासों से यह सुनिश्चित हुआ कि छात्र जैव प्रौद्योगिकी के वास्तविक अनुप्रयोगों से जुड़ सकें और उन्हें समझ सकें।

कार्यशाला में गुवाहाटी, असम के विभिन्न विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के 50 से अधिक छात्रों और उनके शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस पहल ने युवा शिक्षार्थियों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए एक समृद्ध मंच प्रदान किया, जिससे क्षेत्र में विज्ञान प्रसार में सार्थक योगदान मिला।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय शूकर अनुसंधान केन्द्र, गुवाहाटी, असम)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें