4 जनवरी, 2023, उमियम
उत्तर पूर्व कृषि कुंभ - 2023, उत्तर पूर्व में सबसे बड़ा कृषि मेला भाकृअनुप उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के अनुसंधान परिसर, उमियम, मेघालय द्वारा अपने 49वें स्थापना दिवस समारोह को चिह्नित करने के लिए 4 से 6 जनवरी, 2023 तक आयोजित किया जा रहा है।


केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज मेले का उद्घाटन किया।
मंत्री ने अपने उद्घाटन संबोधन में किसानों और कृषि वैज्ञानिकों से क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता और संसाधनों को महत्व देने और संरक्षित करने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि पूर्वोत्तर भारत में जल संसाधनों की कोई कमी नहीं है और ‘हर खेत को पानी’ योजना के साथ मिलकर प्रति बूंद अधिक फसल का उत्पादन करने के लिए जल उपयोग दक्षता को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पानी के उपयोग की दक्षता को कम अवधि के लिए जलकुंड जैसी जल संचयन तकनीकों और ड्रिप सिंचाई और दबाव वाली सिंचाई जैसी सटीक अनुप्रयोग तकनीकों के माध्यम से बढ़ाया जा सकता है। श्री तोमर ने यह भी कहा कि क्षेत्र की मिट्टी जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील है और मिट्टी का कटाव एक प्रमुख समस्या है जिसे कृषि तथा कृषि प्रणाली मोड को अपनाकर भविष्य में रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब जलवायु-संवेदनशील कृषि से जलवायु-अनुकूल कृषि में परिवर्तन का समय है और व्यक्तिगत रूप से आगे बढ़ कर सामुदायिक दृष्टिकोण में कृषि का अभ्यास करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि खेतों में बाहरी इनपुट लोड को मौजूदा 50% से घटाकर 100% तक कम करके खेती की लागत को कम किया जाना चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अब न केवल उपज को अधिकतम करने बल्कि आय को अधिकतम करने के इरादे से कृषि की जानी चाहिए, इससे किसानों की आय में 200% से अधिक की वृद्धि होगी।
डॉ. एस.के. चौधरी, उप महानिदेशक (एनआरएम) ने स्थापना दिवस व्याख्यान में पूर्वोत्तर पहाड़ी क्षेत्र के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर के उदय के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों की जानकारी दी।
डॉ. वी.के. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-एनईएचआर ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि यह आयोजन क्षेत्र में कृषि के विकास और विशेष रूप से कृषक समुदाय के लिए अधिक से अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए एक प्रेरणा है।
डॉ. अनुपम मिश्रा, कुलपति, केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इंफाल, डॉ. बी.सी. डेका, कुलपति, असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट और डॉ. के.एम. बुजरबरुआ, पूर्व उप महानिदेशक और पूर्व कुलपति, एएयू भी इस अवसर पर उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
उत्तर पूर्व कृषि कुंभ - 2023, "आय और रोजगार सृजन के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में उभरते अवसर" विषय के साथ क्षेत्र में अपनी तरह का पहला है कार्यक्रम है जो क्षेत्र के सभी आठ राज्यों के 10,000 से अधिक किसानों और विभिन्न राज्यों के हितधारकों को इसमें भाग लेने के लिए मंच प्रदान करता है।
मेले का मुख्य आकर्षण भाकृअनुप संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों, नाबार्ड, कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया, एनईसीबीडीसी, सभी आठ राज्यों के राज्य विभागों और अन्य द्वारा 102 स्टालों के माध्यम से हालिया तकनीकों का लाइव प्रदर्शन और इससे संबन्धित प्रदर्शनियां लगाई गई।
उद्घाटन सत्र के दौरान गणमान्य व्यक्तियों द्वारा कार्यक्रम की स्मारिका, टास्क फोर्स रिपोर्ट और अन्य प्रकाशन, रोल एम्प अफ्रीकन स्वाइन फीवर किट, वेब एप्लिकेशन और मोबाइल ऐप लॉन्च किए गए। भाकृअनुप एबीआई के उद्यमियों द्वारा विकसित कुछ उत्पाद भी लॉन्च किए गए।
(स्रोत: एनईएच क्षेत्र के लिए भाकृअनुप रिसर्च कॉम्प्लेक्स, उमियम)








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