13 जनवरी, 2023 देहरादून
भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान (आईआईएसडब्ल्यूसी), देहरादून ने आज तारा ब्लूम्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयम्बटूर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौता ज्ञापन का उद्देश्य वृहत संख्या में किसानों और अन्य हितधारकों के लिए संस्थान में विकसित और उपलब्ध वैज्ञानिक तथा तकनीकी जानकारी और ज्ञान उत्पादों के प्रसार को बढ़ावा देना है।
डॉ. एम. मधु, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसडब्ल्यूसी तथा श्री आसिफ रियाज, महाप्रबंधक, तारा ब्लूम्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयम्बटूर ने अपने संबंधित संगठनों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

डॉ. मधु ने कहा कि समझौता ज्ञापन कृषि, किसानों तथा कृषि हितधारकों के लाभ के लिए संसाधनों और अवसरों को जुटाने में भारत सरकार की सार्वजनिक-निजी-साझेदारी (पीपीपी) के तहत आगे बढ़ रहे हितों के अनुरूप है। संस्थान उन सभी ज्ञान उत्पादों को साझा करेगा जो देश भर में कृषि और एनआरएम प्रौद्योगिकियों की व्यापक पहुंच और व्यापक रूप से अपनाने के लिए तारा ब्लूम्स प्राइवेट लिमिटेड के सामाजिक पोर्टल, नामफार्मर्स डॉट कॉम के साथ मुफ्त रूप में पहुंच के साथ उपलब्ध हैं। डॉ. मधु ने जोर देकर कहा कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के सहयोगात्मक कार्यक्रमों और जुड़ाव को बढ़ाया जाएगा, और तकनीकी परिणामों और सफलता की कहानियों के बारे में जागरूकता को लक्ष्य बनाया जाएगा।
तारा ब्लूम्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध भागीदार, श्री बालमुरली गोविंदन ने संदेश दिया कि फर्म के पास आईटी और कृषि कोर टीमों दोनों का एक समूह है, जो कृषि ज्ञान और उत्पादों को आगे बढ़ाने के लिए आईटी और संचार तकनीकी आदानों के उपयोग तथा प्रसार की सुविधा प्रदान करता है।
श्री आसिफ रियाज ने बताया कि सभी एक्सेस प्रावधानों के साथ एक समर्पित पृष्ठ आईआईएसडब्ल्यूसी और देश में इसके 8 अन्य स्थानों, आगरा, बेल्लारी, चंडीगढ़, दतिया, कोरापुट, कोटा, उधगमंडलम और वसाड में स्थित अनुसंधान केन्द्रों के विशेष उपयोग के लिए आधिकारिक पोर्टल, NamFamers.com पर प्रदान किया जाएगा।
इस प्रकार, सहयोग के संभावित क्षेत्रों में प्रशिक्षण, जागरूकता निर्माण, क्षमता निर्माण, अनुभव साझा करना और कृषि विकास के क्षेत्र में ज्ञान प्रबंधन और प्राकृतिक संसाधन-आधारित स्थायी आजीविका संवर्धन शामिल हैं। भाकृअनुप-आईआईएसडब्ल्यूसी द्वारा उत्पन्न लघु-फिल्मों, वीडियो, और तकनीकी प्रदर्शन और चित्रण सहित तकनीकी विवरण और सफलता की कहानियों को नामफार्मर्स डॉट कॉम के चैनल के अलावा संस्थान की वेबसाइट (www.cswcrti।.org) सहित संस्थान के मौजूदा ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा और विभिन्न लक्ष्य समूहों और हितधारकों के लिए उपयोगी और साक्ष्य-आधारित जानकारी पर प्रभावी आउटरीच और जन जागरूकता के लिए फेसबुक सोशल मीडिया पेज पर भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून)








Like on Facebook
Subscribe on Youtube
Follow on X X
Like on instagram