16 सितम्बर, 2022, नई दिल्ली
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अपनी राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना और फसल विज्ञान प्रभाग के साथ 'फसल सुधार के लिए तेज प्रजनन' को बढ़ावा देने के लिए हैकथॉन 3.0, 'कृति' का आयोजन कर रही है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के माध्यम से प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए, यह कार्यक्रम छात्रों/संकाय/उद्यमियों/नवप्रवर्तकों और अन्य लोगों को फसल सुधार में नवाचार को बढ़ावा देने तथा नवीन दृष्टिकोण और प्रौद्योगिकी समाधान प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के मार्गदर्शन में इस तरह की पहल से फसल क्षेत्र में सीखने की क्षमता, नवाचार और समाधान, रोजगार और उद्यमिता के साथ वांछित गति से परिणाम प्राप्त होंगे। यह देश में प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों को अधिक से अधिक अपनाने को भी प्रोत्साहित करेगा।
डॉ. राकेश चंद्र अग्रवाल, उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा) एवं राष्ट्रीय निदेशक, राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना (एनएएचईपी) के अनुसार, कृतज्ञ की परिभाषा है: कृषि के लिए केआरआई यानी कृषि, तकनीकी के लिए टीए यानी प्रौद्योगिकी और ज्ञान के लिए जीवाईए शामिल है। इस प्रतियोगिता में देश भर के किसी भी विश्वविद्यालय/तकनीकी संस्थान के छात्र, संकाय और नवप्रवर्तन कर्ता/उद्यमी आवेदन कर सकते हैं और समूह के रूप में कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। भाग लेने वाले समूह में अधिकतम 4 प्रतिभागी शामिल होंगे, जिसमें एक से अधिक संकाय और / या एक से अधिक नवोन्मेषक या उद्यमी नहीं होंगे। भाग लेने वाले छात्र स्थानीय स्टार्ट-अप, प्रौद्योगिकी संस्थानों के छात्रों के साथ सहयोग कर सकते हैं और 5 लाख रू. तक जीत सकते हैं। इस आयोजन के लिए पंजीकरण 26 सितंबर 2022 तक होगा।
2020-21 और 2021-22 के दौरान एनएएचईपी ने भाकृअनुप के कृषि इंजीनियरिंग और पशु विज्ञान प्रभागों के सहयोग से क्रमशः फार्म मशीनीकरण और पशु विज्ञान में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए हैकथॉन 1.0 और 2.0 का आयोजन किया था। इन आयोजन में देश भर के प्रतिभागियों में भागीदारी का उत्सुकता देखी गई जहां 784 से अधिक टीमों यानी 3,000 प्रतिभागियों ने हैकाथॉन 1.0 में सक्रिय रूप से भाग लिया था और 269 से अधिक टीमों ने हैकाथॉन 2.0 में भाग लिया था।
श्री तोमर द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर 4 टीमों को 9 लाख रू. का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। यह आयोजन भाकृअनुप के समर्थन के द्वारा एग्री बिजनेस इनक्यूबेटर, एमएसएमई और अन्य निवेशकों के सहयोग से विजेताओं को उनकी अवधारणा, प्रस्तावों, इसकी माप करने की छमता एवं भविष्य की योजना में आगे विकास के लिए समर्थन प्रदान कर रहा है।
भाकृअनुप ने नवंबर 2017 में विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) की सहायता से एनएएचईपी की शुरुआत की। एनएएचईपी का समग्र उद्देश्य छात्रों को अधिक प्रासंगिक और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने में भाग लेने वाले कृषि विश्वविद्यालयों (एयू) एवं भाकृअनुप का समर्थन करना है।
पंजीकरण और भागीदारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें: https://nahep.icar.gov.in/Kritagya.aspx
(स्रोत: पीआईबी रिलीज आईडी: 1859800)
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