31st मार्च, 2016, करनाल, हरियाणा
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना पर एक जागरूकता कार्यक्रम एवं किसान सम्मेलन आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए श्री अश्विनी चोपड़ा, माननीय सांसद ने कहा कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानों को प्रभावी बीमा सहयोग प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों में विश्वास पैदा करेगी जिससे देश में प्रगति आएगी। चूंकि बीमा को सहकारी बैंकों के माध्यम से किया जाता है इसलिए सूखा, बाढ़, आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं और कीटों व रोगों के प्रकोप के कारण प्रभावित किसानों को सीधा लाभ पहुंचेगा।
श्री बख्शीश सिंह विर्क, मुख्य संसदीय सचिव, हरियाणा सरकार ने कहा कि अगले तीन वर्षों में देश में लगभग 50 प्रतिशत फसल इस योजना के तहत लाई जाएगी।
डॉ. ए.के. श्रीवास्तव, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल ने इस बात पर बल दिया कि किसानों को अपने परिवार की आमदनी बढ़ाने के साथ साथ पोषण स्तर को सुधारने के लिए फार्म गतिविधियों के साथ साथ पशु पालन का कार्य भी करना चाहिए। उन्होंने डेरी पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोग और बू्रसेलोसिस रोग की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन अथवा टीकाकरण कराने की सलाह दी। उन्होंने किसानों को बताया कि पशुओं में थनैला रोग की रोकथाम के लिए एक प्रबंधन नीति तैयार की गई है जो कि अत्यंत प्रभावी है जिसमें दूध देने के बाद पशु को आधे घंटे तक बैठने नहीं दिया जाता।
इस कार्यक्रम में 600 से भी अधिक किसानों ने भाग लिया।
(स्रोत : कृषि विज्ञान केन्द्र – भाकृअनुप-राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल)
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