3 दिसंबर, 2025, अल्मोड़ा
भाकृअनुप–फसल कटाई उपरान्त इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना केन्द्र तथा भाकृअनुप–विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस), अल्मोड़ा, द्वारा मंडुवा थ्रेशर–कम–पर्लर के दो प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। पहला कार्यक्रम डुम्मिढ़ गाँव में 31 तथा दूसरा कार्यक्रम डिगरा गाँव में 39 अनुसूचित जाति एवं गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी के किसानों को मंडुवा थ्रेशर–कम–पर्लर की कार्यप्रणाली, उपयोगिता एवं सुरक्षित संचालन संबंधी प्रशिक्षण दिया गया।

दोनों कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य किसानों के बीच तकनीकी संवाद को बढ़ावा देना तथा मशीन की सहायता से मंडुवा की मड़ाई एवं पर्लिंग कार्य में श्रम, समय और लागत की बचत के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था।
कार्यक्रम के दौरान, श्री सुरेन्द्र सिंह ग्वाल (तकनीशियन) तथा फसल कटाई उपरान्त इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के अन्य स्टाफ ने मशीन की विशेषताओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने बताया कि मशीन की मंडुवा एवं मादिरा की मड़ाई क्षमता 40–60 किग्रा./घंटा, मंडुवा की पर्लिंग क्षमता 60–80 किग्रा./घंटा तथा मादिरा का छिलका निकालने की क्षमता 2.5–4 किग्रा./घंटा है, और यह मशीन एक फेज बिजली से आसानी से चलाई जा सकती है।
दोनों ही गाँवों में आयोजित इन तकनीकी कार्यक्रमों में श्रीमती बिमल देवी, ग्राम प्रधान, की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रम के दौरान मशीन का सजीव प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें गाँव की महिला किसानों ने स्वयं मंडुवा थ्रेसर चलाकर इसके सरल एवं सहज संचालन का अनुभव प्राप्त किया।
(स्रोतः भाकृअनुप–विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)








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