5 जुलाई, 2025, गुजरात
भाकृअनुप-औषधीय एवं सगंध पादप अनुसंधान निदेशालय (भाकृअनुप-डीएमएपीआर), आणंद को अहमदाबाद में 3 से 5 जुलाई तक आयोजित समृद्ध गुजरात 2025 प्रदर्शनी में प्रतिष्ठित "सर्वश्रेष्ठ स्टॉल पुरस्कार" से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार संस्थान के वैज्ञानिक प्रसार के अनुकरणीय प्रयासों और औषधीय एवं सगंध पादपों के माध्यम से सतत कृषि को बढ़ावा देने में इसके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है।
एसएएनएसए फाउंडेशन, अहमदाबाद द्वारा आयोजित समृद्ध गुजरात 2025 का उद्देश्य कृषि, उद्योग और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में विभिन्न संस्थानों की नवीन और प्रभावशाली पहलों को उजागर करना था, जो राज्य के समग्र विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप हों।

भाकृअनुप-डीएमएपीआर के प्रदर्शनी स्टॉल ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया तथा तीन दिवसीय कार्यक्रम में किसानों, छात्रों, शोधकर्ताओं, उद्यमियों और नीति निर्माताओं सहित 4,000 से अधिक आगंतुकों ने इसमें भाग लिया। स्टॉल में अश्वगंधा, लेमनग्रास, पामारोसा, ब्राह्मी और सनाय जैसी औषधीय और सुगंधित फसलों के जीवित पौधों के नमूनों के विविध संग्रह के साथ-साथ संस्थान द्वारा विकसित मूल्यवर्धित हर्बल उत्पादों की एक क्यूरेटेड प्रदर्शनी भी प्रदर्शित की गई।
इसके अतिरिक्त, सूचनात्मक पोस्टरों, चार्टों और हर्बल फॉर्मूलेशन के नमूनों की एक श्रृंखला ने संस्थान के अनुसंधान एवं नवाचारों के बारे में जानकारी प्रदान की, जिससे विभिन्न हितधारकों के साथ जुड़ाव को बढ़ावा मिला।
यह पुरस्कार सतत कृषि तथा ग्रामीण विकास के लिए औषधीय एवं सुगंधित पौधों के उपयोग को बढ़ावा देने में भाकृअनुप-डीएमएपीआर की निरंतर भूमिका को रेखांकित करता है।
(स्रोत: भाकृअनुप-औषधीय एवं सुगंधित पादप अनुसंधान निदेशालय, आणंद, गुजरात)
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