25 सितंबर 2025, गोवा
तटीय कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और प्रबंधन को एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने आज गोवा प्रबंधन संस्थान (जीआईएम), गोवा, जो एक प्रमुख स्वायत्त शैक्षणिक और व्यावसायिक विद्यालय है, के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस साझेदारी का उद्देश्य सहयोगात्मक अनुसंधान, शैक्षणिक पहलों और विस्तार कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर कृषि प्रबंधन को बेहतर बनाना तथा उसमें बदलाव लाना है।
डॉ. परवीन कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीएआरआई और डॉ. अजीत पारुलेकर, निदेशक, जीआईएम ने दोनों संस्थानों की वैज्ञानिक टीमों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।
डॉ. परवीन कुमार ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह सहयोग तटीय कृषि में क्षेत्र-स्तरीय प्रबंधन चुनौतियों का समाधान करने, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने और प्रभाव आकलन की प्रभावशीलता को बढ़ाने में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
मुख्य फोकस क्षेत्रों में कार्बन क्रेडिट तथा विपणन, स्थानिक अर्थमिति, तटीय कृषि में प्रभाव आकलन, जल संसाधन प्रबंधन, पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं का मूल्यांकन तथा भुगतान तंत्र, फसलों, पशुधन एवं मत्स्य पालन के लिए बाजार आसूचना, ग्रामीण आजीविका उद्यमों और कृषि-पारिस्थितिकी-पर्यटन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, तथा कृषि-उद्यमिता के लिए क्षमता निर्माण शामिल है।
हस्ताक्षर समारोह के दौरान भाकृअनुप-सीसीएआरआई की वैज्ञानिक टीम भी उपस्थित थी।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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