10 नवंबर, 2025, नई दिल्ली
भाकृअनुप–भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, असम, ने डॉ. चेरुकमल्ली श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-आईएआरआई, नई दिल्ली, के दूरदर्शी नेतृत्व में आज असम के धेमाजी के कौपटानी गांव में धान के खाली खेतों में फसल विविधीकरण पर एक फील्ड डे का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मकसद धान के खाली खेतों में सरसों तथा मसूर की खेती को फायदेमंद विकल्प के तौर पर बढ़ावा देना था।

किसानों को सरसों (PM-25) और मसूर (L-4717) की बेहतर किस्में बताई गईं, और उनकी खेती के तरीकों और बीज उपचार के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। किसानों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दोनों फसलों के बीज बांटे गए। प्राकृतिक खेती के तरीकों को बढ़ावा देने के लिए बीजामृत और जीवामृत बनाने एवं उनके इस्तेमाल पर भी चर्चा की गई।
इस कार्यक्रम के बाद, वैज्ञानिकों की टीम ने आलू तथा मिर्च की फसलों के लिए मौके पर सलाह देने के लिए किसानों के खेतों का दौरा किया।
इस कार्यक्रम में कुल 66 किसानों ने हिस्सा लिया, जिनमें काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।
(स्रोत: भाकृअनुप–भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, असम)







फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें