केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केवीके गोंदिया का किया दौरा

केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केवीके गोंदिया का किया दौरा

3 दिसंबर, 2025, गोंदिया, महाराष्ट्र

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री, श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज केवीके गोंदिया का दौरा किया और केन्द्र द्वारा विकसित की जा रही गतिविधियों, सुविधाओं एवं नवाचार प्रतिमाणों की समीक्षा की। उन्होंने किसानों एवं वैज्ञानिकों से बातचीत की, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधे लगाए, और विदर्भ के भविष्य के लिए टिकाऊ, जैविक एवं तकनीकी आधारित कृषि व्यवस्था के महत्व पर जोर दिया।

Union Agriculture Minister Shri Shivraj Singh Chouhan Visits KVK Gondia

मंत्री ने बायो-फर्टिलाइजर तथा बायो-पेस्टीसाइड यूनिट सहित विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों की समीक्षा की, और खेती की लागत को कम करने तथा मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में उनकी भूमिका की सराहना की। उन्होंने किसानों को मुनाफा बढ़ाने के लिए वैल्यू एडिशन, ब्रांडिंग और मार्केट लिंकेज अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। दौरे के दौरान, श्री चौहान ने केवीके द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और स्थानीय चावल की किस्मों, डेयरी उत्पादों, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, जैविक उत्पादों एवं विकसित तकनीकी मॉडलों को प्रदर्शित करने वाले स्टॉलों का दौरा किया। उन्होंने फसल विविधीकरण, तिलहन एवं दलहन की खेती के विस्तार, तथा बागवानी आधारित खेती के मॉडलों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

डॉ. डी.बी. उंडीरवाडे, निदेशक, विस्तार शिक्षा, डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ, अकोला, ने विदर्भ क्षेत्र की मौजूदा फसल स्थिति और कृषि चुनौतियों पर प्रकाश डाला, तथा जल संरक्षण, बहु-फसल प्रणालियों एवं क्षेत्र-विशिष्ट तकनीकी समाधानों के महत्व पर जोर दिया।

केवीके गोंदिया के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख ने प्रमुख उपलब्धियों को प्रस्तुत किया, जिसमें सफल विविधीकरण मॉडल, कौशल विकास कार्यक्रम तथा क्लस्टर फ्रंटलाइन प्रदर्शनों (सीएफएलडी) के माध्यम से तिलहन की खेती का विस्तार शामिल है। भंडारा, सिंदेवाही, गढ़चिरौली, वर्धा तथा नागपुर के केवीके ने प्रदर्शनी स्टॉल लगाकर, कार्यक्रम समन्वय में सहायता करके और किसानों के साथ बातचीत को सुविधाजनक बनाकर कार्यक्रम में सक्रिय रूप से योगदान दिया। सत्र के दौरान, किसानों ने धान की खेती, मिट्टी के स्वास्थ्य, प्राकृतिक खेती, विपणन एवं वैल्यू एडिशन पर मार्गदर्शन मांगा।

मंत्री ने हर मुद्दे पर बात की और किसानों को सरकार की ओर से पूरे समर्थन का आश्वासन दिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन VIII, पुणे)

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